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डुमुरजोआ में शोक की लहर: भाजपा एसटी मोर्चा मंडल अध्यक्ष सुखराम लागुरी की माताजी का निधन, प्रदेश प्रवक्ता गीता कोड़ा ने दी श्रद्धांजलि श्रीमती कोड़ा बोलीं – “यह कुदरत की रीत है, लेकिन अपनों का जाना दिल को गहरे तक चोट पहुंचाता है”

न्यूज़ लहर संवाददाता
चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम जिला स्थित नोवामुंडी प्रखंड अंतर्गत डुमुरजोआ गांव में उस समय शोक की लहर दौड़ गई, जब भारतीय जनता पार्टी एसटी मोर्चा नोवामुंडी मंडल अध्यक्ष सुखराम लागुरी की पूज्य माताजी जानो कुई (उम्र लगभग 72 वर्ष) का आज आकस्मिक निधन हो गया। बताया जा रहा है कि वे पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ थीं और शनिवार की सुबह अचानक उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई, जिसके बाद उन्होंने अंतिम सांस ली।

इस दुखद समाचार के बाद शोकाकुल परिवार से मिलने पहुंचीं झारखंड भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व सांसद गीता कोड़ा। उन्होंने डुमुरजोआ पहुंचकर दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की और शोक संतप्त परिजनों से भेंट कर उन्हें ढांढस बंधाया।

श्रीमती कोड़ा ने अपनी संवेदना प्रकट करते हुए कहा, “यह कुदरत की रीत है, जो इस दुनिया में आता है, उसे एक न एक दिन जाना ही पड़ता है। परंतु जब कोई अपना हमें छोड़कर चला जाता है, तो वह पीड़ा शब्दों में नहीं कही जा सकती। सुखराम लागुरी जी की माताजी न केवल एक आदर्श माता थीं, बल्कि समाज में भी उनका विशेष सम्मान था। उनका निधन पूरे क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है।”

उन्होंने परिवार को इस कठिन घड़ी में धैर्य रखने की सलाह दी और कहा कि वे इस दुख में पूरी तरह से साथ हैं। “सुखराम लागुरी जी जिस तरह से संगठन और समाज के लिए कार्य कर रहे हैं, उसमें उनकी माताजी का आशीर्वाद और मार्गदर्शन हमेशा उनके साथ रहा। उनका जाना भावनात्मक रूप से हमें झकझोर गया है।”

दिवंगत माताजी का अंतिम संस्कार रविवार को गांव में पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ संपन्न होगा। परिजनों के साथ-साथ क्षेत्र के ग्रामीण, भाजपा कार्यकर्ता और कई राजनीतिक व सामाजिक संगठनों के लोग उनके अंतिम दर्शन हेतु पहुंच रहे हैं।

डुमुरजोआ गांव इस समय पूरी तरह शोक में डूबा है। गाँव के लोगों ने कहा कि माताजी एक धार्मिक, सरल और सहृदय महिला थीं, जिनका आशीर्वाद पूरे गांव पर था। उनके निधन से पूरे समुदाय में गहरा शोक व्याप्त है।

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