सदर अस्पताल के पिछले गेट को खोलने की मांग तेज, सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सिविल सर्जन को सौंपा ज्ञापन*

चाईबासा: सदर अस्पताल चाईबासा के पिछले परिसर का गेट पिछले एक वर्ष से बंद पड़ा है, जिससे आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस मुद्दे को लेकर मंगलवार 20 मई को सामाजिक कार्यकर्ता राजा राम गुप्ता के नेतृत्व में टेलीफोन एक्सचेंज के दुकानदारों की समस्याओं को लेकर एक प्रतिनिधिमंडल ने सिविल सर्जन डॉ. सुशांत कुमार मांझी से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा।
राजा राम गुप्ता ने कहा कि यह गेट न सिर्फ ऐतिहासिक है बल्कि आम लोगों की सुविधा और रोज़गार से भी जुड़ा हुआ है। गेट के बंद होने से आसपास के दुकानदार, खासकर चाय और छोटे-मोटे सामान बेचने वाले विक्रेताओं की आजीविका प्रभावित हुई है। इसके साथ ही, ग्रामीण इलाकों से आने वाले मरीजों और परिजनों को भी अब अधिक दूरी तय करनी पड़ रही है जिससे समय और पैसे दोनों का नुकसान हो रहा है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि यह गेट वर्षों से खुला था और इसी रास्ते से ग्रामीण अस्पताल पहुंचते थे। अब गेट बंद होने से उन्हें बस स्टैंड से अस्पताल तक पहुंचने में अतिरिक्त वाहन खर्च उठाना पड़ रहा है।
सिविल सर्जन डॉ. सुशांत कुमार मांझी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जल्द ही समाधान का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि जनहित से जुड़ा यह मामला प्राथमिकता में लिया जाएगा।
गौरतलब है कि यह गेट सौ वर्षों से भी अधिक पुराना है और टेलीफोन एक्सचेंज के समीप स्थित है। इसके खुलने से न सिर्फ आवाजाही सुगम होगी बल्कि स्थानीय व्यवसायियों को भी राहत मिलेगी।