साथी” अभियान : जरूरतमंद बच्चों के लिए एक महत्त्वपूर्ण पहल* *26 मई से 26 जून तक चलेगा विशेष पहचान अभियान – जिला जज*

चाईबासा: राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार, नई दिल्ली एवं झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, रांची के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डीएलएसए), पश्चिमी सिंहभूम, चाईबासा के तत्वावधान में तथा प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष डीएलएसए मौहम्मद शाकिर के मार्गदर्शन में “साथी अभियान” की शुरुआत की जा रही है। यह विशेष अभियान 26 मई से 26 जून तक चलेगा।
इस अभियान का उद्देश्य ऐसे बच्चों की पहचान करना है जो देखभाल एवं संरक्षण की आवश्यकता की श्रेणी में आते हैं या किसी विशेष व विपरीत परिस्थिति में जीवन यापन कर रहे हैं। अभियान के अंतर्गत ऐसे बच्चों को उनके मूलभूत वैधानिक अधिकारों से जोड़ा जाएगा और उनकी व्यक्तिगत पहचान सुनिश्चित की जाएगी।
*ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन:*
व्यवहार न्यायालय के सभा कक्ष में आयोजित ओरिएंटेशन कार्यक्रम में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अक्षत कुमार श्रीवास्तव ने नवगठित यूनिट के सदस्यों को उनकी भूमिकाओं की विस्तृत जानकारी दी और उन्हें इस पुनीत कार्य को बाल हित में पूर्ण निष्ठा से करने के लिए प्रेरित किया।
*योजना की विशेषताएँ:*
अभियान की विस्तृत जानकारी देते हुए डीएलएसए के सचिव श्री रवि चौधरी ने बताया कि वंचित, अनाथ व निराश्रित बच्चों को सरकारी योजनाओं से जोड़ना, उनके आधार कार्ड, परिचय पत्र एवं अन्य दस्तावेजों का पंजीकरण कराना इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है।
इसके लिए जिला स्तर पर एक विशेष यूनिट गठित की गई है जिसमें पैनल अधिवक्ता, जिला शिक्षा अधिकारी, विशेष बाल पुलिस इकाई, सिविल सर्जन, सूचना पदाधिकारी, समाज कल्याण विभाग, जिला बाल संरक्षण इकाई, बाल गृहों के प्रतिनिधि और अधिकार मित्र जैसे विभिन्न हितधारक शामिल हैं। यह यूनिट मिलकर बच्चों की पहचान कर उन्हें जरूरी दस्तावेज उपलब्ध कराने एवं सुरक्षित वातावरण प्रदान करने में सहायक होगी।
*अभियान की अवधि:*
यह अभियान 26 मई से 26 जून 2025 तक जिले में चलाया जाएगा। इस दौरान बच्चों को मुख्यधारा से जोड़ने और उनके सर्वांगीण विकास हेतु आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
इस अवसर पर साथी अभियान से जुड़े सभी अधिकारी, हितधारक एवं समाजसेवी उपस्थित रहे और अभियान की सफलता हेतु संकल्पबद्ध दिखे।