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सड़क हादसे में लकड़बग्घा की मौत, विलुप्त प्रजाति पर मंडराया संकट

 

न्यूज़ लहर संवाददाता
चांडिल। सरायकेला खरसावां जिला स्थित चांडिल वन क्षेत्र के ईचागढ़ विधानसभा अंतर्गत वन्यजीवों की आवाजाही लगातार बढ़ती जा रही है। भोजन और पानी की तलाश में जंगलों से निकलकर गांव और सड़क मार्गों की ओर आ रहे ये जीव अब मानव आबादी और यातायात के कारण खतरे में हैं। इसी कड़ी में रविवार को एक दुर्लभ लकड़बग्घा की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई।
रविवार को मिलन चौक से तिरुलडीह की ओर जाने वाली मुख्य सड़क पर सोड़ो मोड़ के समीप एक लकड़बग्घा सड़क पार करने के दौरान तेज रफ्तार हाइवा वाहन की चपेट में आ गया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि मौके पर ही लकड़बग्घा की मौत हो गई।

 

स्थानीय ग्रामीणों ने तुरंत इसकी सूचना चांडिल वन क्षेत्र के पदाधिकारियों को दी। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और मृत लकड़बग्घा के शव को अपने कब्जे में लिया। इसके बाद वन विभाग द्वारा नियमानुसार पंचनामा की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।

यह इलाका दलमा सेंचुरी और पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिला स्थित अयोध्या पहाड़ से सटा हुआ है। ऐसे में भोजन की तलाश में कई वन्य जीव गांवों और खेतों की ओर निकल आते हैं। हाल के वर्षों में इनकी आवाजाही में इज़ाफा हुआ है, जिससे सड़क हादसों में वन्यजीवों की मौत की घटनाएं भी बढ़ रही हैं।

गौरतलब है कि लकड़बग्घा एक विलुप्तप्राय प्रजाति के रूप में चिन्हित है। ऐसे में इस तरह की घटनाएं इस प्रजाति के अस्तित्व पर संकट पैदा कर रही हैं। स्थानीय पर्यावरण प्रेमियों और ग्रामीणों ने वन विभाग से इस मामले को गंभीरता से लेने की मांग की है। उनका कहना है कि वन्यजीवों के संरक्षण और उनकी सुरक्षित आवाजाही के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए, जिससे इस दुर्लभ प्रजाति को बचाया जा सके।

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