फाइलेरिया उन्मूलन के लिए चाईबासा में रात्रि रक्त पट संग्रह अभियान की तैयारी पूरी, प्रखंड टास्क फोर्स की बैठक सम्पन्न*

न्यूज़ लहर संवाददाता
चाईबासा: फाइलेरिया जैसी गंभीर और दीर्घकालिक बीमारी की रोकथाम हेतु चाईबासा प्रखंड में रात्रि रक्त पट संग्रह (नाइट ब्लड सर्वे) कार्यक्रम को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं। इसी कड़ी में दिनांक 27 मई 2025 को प्रखंड विकास पदाधिकारी श्री अमिताभ भगत की अध्यक्षता में प्रखंड समन्वय समिति/टास्क फोर्स की महत्वपूर्ण बैठक प्रखंड कार्यालय, चाईबासा में आयोजित की गई।
*सर्वे की तिथियां और स्थान*
प्रथम चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शिवचरण हंसदा ने जानकारी दी कि दिनांक 30 मई से 1 जून 2025 तक हरीला पंचायत अंतर्गत सेंटिनल ग्राम सिंघपोखरिया में, तथा दिनांक 3 जून से 5 जून 2025 तक नरसांडा पंचायत अंतर्गत रैंडम साइट मोचीसाईं में रात 8:00 बजे से 2:00 बजे तक लोगों के रक्त नमूने एकत्र किए जाएंगे। इसका उद्देश्य ग्राम में माइक्रोफिलेरिया के संचरण की स्थिति का आंकलन करना है।
प्रखंड विकास पदाधिकारी ने स्पष्ट किया कि इस विशेष अभियान में स्वास्थ्य कर्मियों के साथ पंचायती राज, आईसीडीएस, जेएसएलपीएस, पुलिस विभाग समेत अन्य विभागों से समन्वय एवं सहयोग लिया जाएगा, ताकि यह अभियान प्रभावशाली और सुचारु रूप से संपन्न हो सके।
*ग्राम सभा में दी गई जानकारी, ग्रामीणों से सहयोग की अपील*
कार्यक्रम की सफलता हेतु उसी दिन प्रातः 7:00 बजे सेंटिनल ग्राम सिंघपोखरिया में एक ग्राम सभा आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता मुखिया जगमोहन सवैया और ग्राम मुंडा दीपू सवैया ने संयुक्त रूप से की।
बीबीडी तकनीकी पर्यवेक्षक एहसान फारूक ने बताया कि सिंघपोखरिया में वर्ष 2022 से नाइट ब्लड सर्वे किया जा रहा है।
2022 में 20,
2023 में 18,
और 2024 में 11 माइक्रोफिलेरिया पॉजिटिव रोगी मिले थे।
इन आंकड़ों से स्पष्ट होता है कि गांव में अब भी संक्रमण जारी है और इसे रोकने के लिए निरंतर सर्वे और प्रोफाइलेक्टिक उपचार आवश्यक है।
फारूक ने बताया कि फाइलेरिया एक मादा क्यूलेक्स मच्छर द्वारा फैलने वाली बीमारी है। इसका परजीवी वुचेरेरिया बैनक्रॉफ्टी शरीर में बिना लक्षण के प्रवेश करता है और 6 माह से 15 वर्षों के भीतर किसी भी समय शरीर के विभिन्न अंगों को प्रभावित कर सकता है।
रात्रि रक्त पट संग्रह, माइक्रोस्कोपिक जांच एवं समय पर उपचार ही इसका प्रभावी समाधान है।
कार्यक्रम के अगले तीन दिनों तक स्वास्थ्य कर्मियों, डाकूवा, वार्ड सदस्यों, सहिया, सेविकाओं, कम्युनिटी मोबाइलाइजर के माध्यम से गांव में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा ताकि अधिक से अधिक लोग रक्त परीक्षण में भाग लें।
इस बैठक एवं जागरूकता कार्यक्रम में हीरावती पिंगुआ, प्रतिभा तिग्गा (ANM), रेणु सुमित कोणगड़ी (CHVO), रजनीश पूर्ति, धनंजय हेंब्रम, विजय मरांडी (MPW), नीलम सवैया (PRI सदस्य), स्वयं सहायता समूह, सखी मंडल, डाकूवा, ग्रामीण जन एवं अन्य गणमान्य लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
मुखिया एवं ग्राम मुंडा ने ग्रामीणों से सहयोग की अपील की और आश्वासन दिया कि ग्रामवासी स्वास्थ्य विभाग को पूर्ण सहयोग देंगे।