मिक्स मार्शल आर्ट समर कैंप में बच्चों ने सीखी ताइक्वांडो फाइटिंग तकनीक, उर्वी और अरब सागर का शानदार प्रदर्शन

चाईबासा: चाईबासा में चल रहे मिक्स मार्शल आर्ट समर कैंप के दूसरे और तीसरे दिन बच्चों ने ताइक्वांडो की “क्योंरोगी” (फाइटिंग) तकनीक का अभ्यास किया। सिंहभूम मार्शल आर्ट एकेडमी और आदिवासी उरांव समाज संघ के संयुक्त प्रयास से आयोजित इस कैंप में बच्चों का उत्साह देखने लायक रहा।
इस दौरान 5 वर्षीय उर्वी संध्या और 7 वर्षीय अरब सागर जामुदा ने अपने उम्दा प्रदर्शन से प्रशिक्षकों और दर्शकों को प्रभावित किया। दोनों ने फुर्ती, संतुलन और आत्मविश्वास का शानदार प्रदर्शन करते हुए खुद को सर्वश्रेष्ठ प्रतिभागियों में शामिल किया।
सेंसाई विवेक खालको ने जानकारी देते हुए कहा कि आज के समय में बच्चे टीवी, मोबाइल और नशे जैसी बुरी आदतों की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में मार्शल आर्ट जैसे खेल उन्हें अनुशासन, आत्मरक्षा और स्वस्थ जीवनशैली की ओर प्रेरित कर सकते हैं। उन्होंने कहा,
समर कैंप बच्चों को शारीरिक रूप से सक्षम बनाने के साथ-साथ मानसिक रूप से भी तैयार करता है, और यह आत्मरक्षा के साथ-साथ आत्मविश्वास को भी बढ़ता है।
कैंप का आयोजन चाईबासा के मोचीसाईं और ताम्बो चौक क्षेत्रों में किया जा रहा है, जो 3 जून तक चलेगा। इस दौरान बच्चों को कराटे, ताइक्वांडो और बॉक्सिंग की ट्रेनिंग दी जाएगी।
समर कैंप में जिले भर से दर्जनों बच्चे भाग ले रहे हैं, जिनमें लड़कियों की भागीदारी भी सराहनीय है। आयोजकों का कहना है कि इस पहल का उद्देश्य बच्चों को खेलों से जोड़ते हुए उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से सशक्त बनाना है।