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सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी ने चित्रकूट में ली दीक्षा, गुरु ने दक्षिणा में मांगा गया PoK

न्यूज़ लहर संवाददाता
नई दिल्ली:भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने बुधवार को अपनी पत्नी के साथ भगवान राम की तपोभूमि चित्रकूट स्थित तुलसीपीठ का दौरा किया। चित्रकूट को धर्मनगरी और श्रीराम की तपस्या स्थली के रूप में जाना जाता है। यहां उन्होंने कांच मंदिर में भगवान राम की पूजा-अर्चना की और प्रसिद्ध संत जगद्गुरु रामभद्राचार्य से मुलाकात की।

इस मुलाकात के दौरान जनरल द्विवेदी ने जगद्गुरु रामभद्राचार्य से आध्यात्मिक दीक्षा ली। संत ने उन्हें वह राम मंत्र दिया, जो माता सीता ने हनुमान जी को लंका विजय के लिए दिया था। दीक्षा के बाद जब सेना प्रमुख ने गुरु दक्षिणा देने की इच्छा जताई, तो जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने उनसे दक्षिणा में कोई भौतिक वस्तु नहीं, बल्कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) को भारत में वापस लाने का वचन मांगा।

जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा, “मैंने वही राम मंत्र उन्हें दिया, जो माता सीता ने हनुमान जी को दिया था, जिससे उन्होंने लंका पर विजय प्राप्त की थी। अब मैंने उनसे दक्षिणा में PoK मांगा है।” उन्होंने इसे धर्म और राष्ट्र रक्षा का कार्य बताया और आशा जताई कि जनरल द्विवेदी के कार्यकाल में PoK भारत का हिस्सा बने।

इस अनोखी गुरु दक्षिणा की मांग के बाद यह घटना पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई है। हालांकि, सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी ने इस पर कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। चित्रकूट में हुई यह घटना न सिर्फ धार्मिक, बल्कि राजनीतिक और राष्ट्रीय महत्व के दृष्टिकोण से भी सुर्खियों में है।

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