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राष्ट्रीय सुढ़ी समाज के अध्यक्ष को धमकी, कार्रवाई और सुरक्षा की मांग

न्यूज़ लहर संवाददाता
जमशेदपुर।राष्ट्रीय सुढ़ी समाज के केन्द्रीय अध्यक्ष एवं आरटीआई कार्यकर्ता संघ के केन्द्रीय महासचिव, साथ ही आजसू पार्टी के जिला सचिव कृतिवास मंडल को अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन पर धमकी दिए जाने की घटना ने जिले में चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। इस घटना के बाद समाज के पदाधिकारियों ने वरीय पुलिस अधीक्षक, पूर्वी सिंहभूम को पत्र लिखकर त्वरित कार्रवाई और सुरक्षा की मांग की है।

कृतिवास मंडल ने बताया कि 18 मई 2025 की रात लगभग 10:11 बजे उन्हें एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर धमकी दी। यह धमकी उस समय दी गई जब उन्होंने सूचना अधिकार अधिनियम के तहत पोटका प्रखंड विकास पदाधिकारी से विभिन्न विषयों पर जानकारी मांगी थी। जब श्री मंडल ने फोन करने वाले से उसकी पहचान पूछी तो उसने अपना नाम बताने से इनकार कर दिया और फोन काट दिया। इस घटना के बाद श्री मंडल ने 20 मई को वरीय पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में लिखित शिकायत भी दर्ज कराई, जिसकी छायाप्रति आवेदन के साथ संलग्न की गई है।

राष्ट्रीय सुढ़ी समाज का कहना है कि इतनी गंभीर घटना के बावजूद अब तक दोषी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे प्रशासन की उदासीनता स्पष्ट होती है। समाज के अनुसार कृतिवास मंडल एक निष्ठावान सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ता हैं, जो लगातार भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं। ऐसे व्यक्ति को धमकी मिलना न केवल कानून व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है, बल्कि लोकतांत्रिक अधिकारों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर भी सीधा हमला है।

श्री मंडल ने अपने पत्र में लिखा है कि वे आरटीआई कार्यकर्ता संघ के केन्द्रीय महासचिव और आजसू पार्टी के जिला सचिव के रूप में समाज के हित में लगातार सक्रिय रहते हैं। इस दौरान उन्हें कई बार क्षेत्र में आना-जाना भी पड़ता है। हाल की धमकी भरी फोन कॉल्स के जरिए उन्हें उनकी जिम्मेदारियों से रोकने का प्रयास किया जा रहा है और कभी भी उनकी जान-माल को क्षति पहुंचाई जा सकती है।

समाज ने प्रशासन से मांग की है कि धमकी देने वाले की उच्चस्तरीय जांच कर त्वरित कानूनी कार्रवाई की जाए और कृतिवास मंडल को सुरक्षा प्रदान की जाए, ताकि वे निर्भीक होकर अपने सामाजिक और राजनीतिक कर्तव्यों का निर्वहन कर सकें। इस पत्र की प्रतिलिपि गृह सचिव झारखंड सरकार, पुलिस महानिदेशक, उपायुक्त पूर्वी सिंहभूम और थाना प्रभारी परसुडीह को भी भेजी गई है।

समाज ने प्रशासन से शीघ्र कार्रवाई की अपेक्षा जताई है, ताकि ऐसे कृत्य दोबारा न हों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को सुरक्षा का भरोसा मिल सके।

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