पूर्वी सिंहभूम में सरकारी योजनाओं की जमीनी हकीकत जानने निकले नोडल पदाधिकारी*

न्यूज़ लहर संवाददाता
जमशेदपुर।पूर्वी सिंहभूम जिले में सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन और नागरिक सेवाओं की गुणवत्ता की वास्तविक स्थिति जानने के लिए जिला प्रशासन ने शनिवार को विशेष निरीक्षण अभियान चलाया। उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी के निर्देश पर जिले के सभी प्रखंडों और नगर निकाय क्षेत्रों में नियुक्त नोडल पदाधिकारियों ने आंगनबाड़ी केंद्र, विद्यालय, स्वास्थ्य उपकेन्द्र, जन वितरण प्रणाली की दुकान, मनरेगा कार्यस्थल और पंचायत भवनों का दौरा किया। निरीक्षण के दौरान पदाधिकारियों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, स्वच्छता और सार्वजनिक वितरण प्रणाली से जुड़ी सेवाओं की उपलब्धता, गुणवत्ता और आम नागरिकों तक उनकी पहुंच का गहन परीक्षण किया।
इस अभियान में परियोजना निदेशक आईटीडीए दीपांकर चौधरी ने घाटशिला के धरमबहाल, अनुमंडल पदाधिकारी धालभूम शताब्दी मजूमदार ने बोड़ाम के मुकरूडीह, अपर उपायुक्त भगीरथ प्रसाद ने पटमदा के महुलबना,
निदेशक एनईपी ने गुड़ाबांदा के भालकी पंचायत, डीसीएलआर (घाटशिला) ने बहरागोड़ा के पाटपुर, एसओआर ने धालभूमगढ़ के चुकरीपाड़ा, जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने डुमरिया के कुमड़ाशोल, डीसीएलआर (धालभूम) ने पोटका के कुलडीहा पंचायत,
जिला पंचायत राज पदाधिकारी ने जमशेदपुर अक्षेस, जिला परिवहन पदाधिकारी ने जुगसलाई नगर परिषद और जिला भू-अर्जन पदाधिकारी ने मानगो नगर निगम के वार्डों का निरीक्षण किया।
उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने स्पष्ट किया कि इस अभियान का उद्देश्य सिर्फ योजनाओं की प्रगति देखना नहीं, बल्कि जमीन पर आ रही समस्याओं की पहचान कर त्वरित समाधान सुनिश्चित करना है।
उन्होंने कहा कि प्रशासन की प्राथमिकता है कि हर नागरिक तक सरकारी सेवाएं समय पर और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पहुंचे। नोडल पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे निरीक्षण के निष्कर्षों पर त्वरित कार्रवाई करें और समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर करें। उपायुक्त ने विश्वास जताया कि इस तरह के सतत निरीक्षण से प्रशासन की जवाबदेही बढ़ेगी और जनता का भरोसा मजबूत होगा।