विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर डालसा ने चलाया विधिक जागरूकता अभियान ब्राइटवे अकैडमी टुंगरी चाईबासा में छात्रों को धूम्रपान और तंबाकू के दुष्प्रभावों से किया गया अवगत

चाईबासा: विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर शुक्रवार, 31 मई को झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, रांची के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डालसा), पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा के तत्वावधान में एक विशेष विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर टुंगरी स्थित कोचिंग संस्थान ब्राइटवे अकैडमी में पीएलवी हेमराज निषाद और पीएलवी रत्ना चक्रवर्ती द्वारा आयोजित किया गया।
शिविर के दौरान उपस्थित छात्र-छात्राओं को डालसा की भूमिका, उद्देश्य तथा इसके माध्यम से मिलने वाली विधिक सहायता की जानकारी दी गई। साथ ही, तंबाकू और धूम्रपान के सेवन से स्वास्थ्य और पर्यावरण पर पड़ने वाले गंभीर दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया गया।
कार्यक्रम में बताया गया कि तंबाकू सेवन से कैंसर, हृदय रोग, दंत क्षय, बाल झड़ना, मोतियाबिंद, गैंग्रीन, विकृत शुक्राणु, फेफड़े और पेट के अल्सर जैसी अनेक गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। धूम्रपान केवल उपभोक्ता ही नहीं, उसके संपर्क में आने वाले लोगों के स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुंचाता है।
सीओटीपीए 2003 अधिनियम के तहत शैक्षणिक संस्थानों के 100 गज के दायरे में तंबाकू उत्पादों की बिक्री प्रतिबंधित है और इसका उल्लंघन करने पर दंड का प्रावधान है। इस कानून की जानकारी देकर छात्रों को इसके अनुपालन के लिए प्रेरित किया गया।
शिविर में यह भी बताया गया कि तंबाकू की खेती के लिए वनों की कटाई की जाती है, जिससे पर्यावरण को भी गंभीर नुकसान होता है। तंबाकू में मौजूद निकोटिन जैसे उत्तेजक पदार्थ शरीर के लिए अत्यंत हानिकारक होते हैं।
धूम्रपान छोड़ने के लिए आत्म-प्रेरणा, आत्मविश्वास, व्यायाम और तनावमुक्त जीवनशैली को अपनाने की सलाह दी गई। साथ ही, इस दिशा में सहयोग के लिए हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी भी छात्रों को दी गई।
इस अवसर पर ब्राइटवे अकैडमी की संचालिका श्रीमती रीना वैध, शिक्षिका लक्ष्मी बोदरा तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम ने युवाओं में तंबाकू के खिलाफ चेतना जागृत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में भूमिका निभाई।