विश्व पर्यावरण दिवस पर आदिवासी उरांव समाज संघ ने किया पौधारोपण, प्रकृति संरक्षण का लिया संकल्प*
                                                
चाईबासा: विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आदिवासी उरांव समाज संघ द्वारा गुरुवार को चाईबासा स्थित मसना स्थल में वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। कार्यक्रम की अगुवाई संघ के अध्यक्ष संचू तिर्की ने की। इस दौरान बड़ी संख्या में समाज के पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित रहे।

संघ अध्यक्ष संचू तिर्की ने कहा कि आदिवासी समाज आदिकाल से ही प्रकृति के उपासक रहे हैं। पेड़-पौधों की रक्षा को वे अपना धर्म और परम कर्तव्य मानते हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकृति ने पूरे ब्रह्मांड को जीवन दिया है, वह हमारे लिए पूज्यनीय है और उसका संरक्षण हम सभी की जिम्मेदारी है।
संघ के सचिव अनिल लकड़ा और उपसचिव लालू कुजूर ने भी पौधारोपण कर समाज को पर्यावरण के प्रति सजग रहने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए सिर्फ पौधे लगाना ही नहीं, बल्कि उनकी देखरेख और संरक्षण भी उतना ही आवश्यक है।
इस अवसर पर समिति के सलाहकार बाबूलाल बरहा, सुमित बरहा, किशन बरहा, सौरभ मिंज, बबलू कुजूर, तेजो कच्छप, भोला कुजूर, बिगु लकड़ा एवं लखन टोप्पो सहित कई सदस्य उपस्थित थे।
कार्यक्रम का उद्देश्य न सिर्फ वृक्षारोपण करना था, बल्कि समाज में प्रकृति के प्रति सम्मान और जिम्मेदारी का भाव जागृत करना भी था। स्थानीय लोगों ने समाज के इस प्रयास की सराहना की और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने की दिशा में इसे एक सराहनीय पहल बताया।


							
							
							










