धरती आबा बिरसा मुंडा की 125वीं पुण्यतिथि पर भाजपा नेताओं ने अर्पित की भावभीनी श्रद्धांजलि* *चाईबासा में गूंजा “धरती आबा अमर रहें” का नारा, पेसा कानून लागू करने की उठी मांग*
चाईबासा: झारखंड की पवित्र धरती आज एक बार फिर इतिहास से साक्षात्कार करती नजर आई, जब धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 125वीं पुण्यतिथि के अवसर पर सैकड़ों लोगों ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। छोटा नीमडीह बिरसा चौक चाईबासा में आयोजित इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में भाजपा के वरिष्ठ नेता, पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं की उपस्थिति ने इस दिन को एक आदिवासी अस्मिता और सम्मान के पर्व में बदल दिया।

कार्यक्रम की शुरुआत धरती आबा की प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुई। इस भावपूर्ण क्षण में पूर्व मंत्री एवं भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष बड़कुंवर गागराई, भाजपा जिला अध्यक्ष संजय पांडे, जिला युवा अध्यक्ष चंद्र मोहन तीयू, नगर अध्यक्ष पवन शर्मा सहित बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे। पूरा वातावरण “धरती आबा अमर रहें” के नारों से गूंज उठा।
मौके पर पूर्व मंत्री बड़कुंवर गागराई ने कहा कि आज हम उस महापुरुष को श्रद्धांजलि दे रहे हैं, जिनके जीवन संघर्ष और बलिदान न केवल झारखंड बल्कि पूरा देश गर्व करता है, उन्होंने जल जंगल जमीन की रक्षा के लिए अपनी प्राण की आहुति दी।
उन्होंने गर्वपूर्वक कहा कि चाईबासा की यह भूमि, जहां हम खड़े हैं, यह वही झारखंड की भूमि है, जिसने भगवान बिरसा मुंडा जैसे महापुरुष को जन्म दिया। उन्होंने बताया कि धरती आबा की प्रारंभिक शिक्षा लूथरन स्कूल, चाईबासा से ही हुई थी, जो इस क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक गौरव है।
गागराई ने यह भी स्मरण कराया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धरती आबा की जयंती को राष्ट्रीय मान्यता देते हुए 15 नवंबर को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के रूप में घोषित किया, जो हर वर्ष देशभर में श्रद्धा और सम्मान से मनाया जाता है।
मौके पर उन्होंने कहा कि पेशा कानून धरती आबा का सपना था, जो अधूरा रह गया। पेशा कानून (PESA Act, 1996) को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि धरती आबा का सपना था कि गांव-गांव का विकास हो, आदिवासी समाज को अधिकार मिले, ग्राम सभा का सम्मान हो। इसी उद्देश्य को लेकर संसद ने पेशा कानून पारित किया, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने भी मान्यता दी। लेकिन दुर्भाग्य की बात है किया कानून आज भी हमारे झारखंड में लागू नहीं है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि कल ही राज्य की ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडे चाईबासा आईं और मात्र कुछ लोगों से औपचारिक चर्चा कर चली गईं। ऐसे प्रयासों से गांव का विकास नहीं होगा, और ना ही बिरसा मुंडा के सपनों को साकार किया जा सकेगा, उन्होंने कहा। भाजपा जिला अध्यक्ष संजय पांडे ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि धरती आबा का सपना था कि देश के अंतिम व्यक्ति का विकास हो विशेषकर आदिवासी समाज को उसका अधिकार मिले। भाजपा भी इसी भावनाओं के साथ जुड़ी हुई है गांव समाज और देश का समग्र विकास हो। युवा जिला अध्यक्ष चंद्र मोहन तीयू ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने जिस तरह से अपने प्राण की आहुति दी वह बलिदान को हम कभी भूल नहीं सकते हैं हम युवा उनके विचारों को अपने जीवन में उतरने के लिए संकल्पित हैं।
आज के इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में हेमंती विश्वकर्मा, मृदुल रानी निषाद, राकेश पोद्दार, दुवारिका शर्मा, मणिकांत पोद्दार, दिलीप साहू, बंसी यादव, रामेश्वर विश्वकर्मा, पप्पू राय सहित सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए।


							
							
							










