बाल श्रम के खिलाफ उठी बुलंद आवाज, जिले भर में चला जागरूकता अभियान बाल श्रम उन्मूलन दिवस पर विधिक सेवा प्राधिकार की पहल, बच्चों को दिलाई शपथ

न्यूज़ लहर संवाददाता
चाईबासा: विश्व बाल श्रम उन्मूलन दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डीएलएसए), पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा के तत्वावधान में जिले भर में व्यापक जन-जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। ये कार्यक्रम झालसा के निर्देशानुसार एवं प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश-सह-अध्यक्ष डीएलएसए चाईबासा, मौहम्मद शाकिर के मार्गदर्शन में संपन्न हुए।
इस क्रम में स्थानीय सी.एम. स्कॉट बालिका उच्च विद्यालय और एम.एल. रुंगटा प्लस टू उच्च विद्यालय में विशेष विधिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रम में उपस्थित छात्राओं को संबोधित करते हुए प्राधिकार के सचिव रवि चौधरी ने कहा कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार (नई दिल्ली) और झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार (रांची) के सहयोग से बच्चों के हित में विशेष योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि बाल श्रम एक सभ्य समाज के लिए कलंक है और इसे समाप्त करने के लिए समाज के हर वर्ग को मिलकर प्रयास करना होगा।
श्री चौधरी ने बताया कि प्राधिकार द्वारा अधिकार मित्रों के माध्यम से वंचित एवं संकटग्रस्त बच्चों को आवश्यक विधिक सहायता प्रदान की जा रही है। इस अवसर पर विद्यार्थियों को बाल श्रम के खिलाफ शपथ भी दिलाई गई।
कार्यक्रम में उपस्थित बाल आयोग के सदस्य विकास दोदराजका ने बच्चों के अधिकारों पर विस्तार से प्रकाश डाला और कहा कि इस वर्ष का उद्देश्य है बाल श्रम को समाप्त करने के लिए मजबूत निवारक तंत्र, सख्त प्रवर्तन और व्यापक जन-भागीदारी की आवाज को बुलंद करना। उन्होंने बताया कि आज भी हर दस में से एक बच्चा बाल श्रम का शिकार है, जो एक गंभीर मानवाधिकार संकट है।
कार्यक्रम का संचालन पी.एल.वी. हेमराज निषाद ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय के शिक्षक सतीश कुमार पटेल ने दिया। इस अवसर पर पी.एल.वी. रेणु देवी, संजय निषाद, अरुण विश्वकर्मा, उदय शंकर, संगीता, सूरज कुमार ठाकुर सहित विद्यालय के प्रधान शिक्षकगण शिल्पा गुप्ता, मनीष कुमार, पारस कुमार, लक्ष्मी टूटी और लगभग 150 विद्यार्थी उपस्थित रहे।