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ओल्ड पुरुलिया रोड के कॉलोनी वासियों को गंदे पानी और बिजली की समस्या, विधायक प्रतिनिधि ने लिया जायजा

न्यूज़ लहर संवाददाता
जमशेदपुर:ओल्ड पुरुलिया रोड स्थित करीम सिटी कॉलेज कपाली रोड के निकटवर्ती कॉलोनी के निवासी इन दिनों बुनियादी सुविधाओं की भारी किल्लत से जूझ रहे हैं। स्थानीय लोगों ने शिकायत की है कि उनके घरों में जो पानी की आपूर्ति की जा रही है, वह न केवल गंदा है, बल्कि उसमें कीड़े भी पाए जा रहे हैं, जिससे लोगों की सेहत पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। साथ ही क्षेत्र में लगातार बिजली आपूर्ति में भी बाधाएं आ रही हैं, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है।

कॉलोनी वासियों की लगातार हो रही शिकायतों के बाद यह मामला माननीय विधायक सरयू राय तक पहुँचा। विधायक प्रतिनिधि पप्पू सिंह को जैसे ही इस विषय की जानकारी मिली, उन्होंने तत्परता दिखाते हुए मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने स्थानीय लोगों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुना।

मौके पर उपस्थित लोगों ने बताया कि पिछले कई दिनों से पानी की टंकियों से जो जल आपूर्ति हो रही है, वह बेहद गंदा है, और कई बार उसमें कीड़े नजर आते हैं। बच्चों और बुजुर्गों को इस दूषित जल के कारण पेट संबंधी बीमारियाँ होने लगी हैं। वहीं बिजली की आंख-मिचौली के कारण स्कूल-कॉलेज जाने वाले छात्रों और कामकाजी लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

पप्पू सिंह ने लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि वे इस पूरे मामले की रिपोर्ट विधायक सरयू राय तक पहुँचाएंगे और नगर निगम एवं जल आपूर्ति विभाग से बात कर जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान कराया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि यदि आवश्यकता पड़ी तो पानी की आपूर्ति व्यवस्था की गुणवत्ता की जांच के लिए संबंधित विभागों से पानी के नमूने भी जांच के लिए भेजे जाएंगे।

कॉलोनी वासियों ने विधायक प्रतिनिधि के इस त्वरित निरीक्षण और आश्वासन पर संतोष जताया, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि जब तक समस्या का स्थायी समाधान नहीं होता, तब तक वे अपनी आवाज बुलंद करते रहेंगे।

स्थानीय लोगों ने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया कि स्वास्थ्य से जुड़ी इस गंभीर समस्या पर त्वरित और ठोस कदम उठाए जाएं ताकि भविष्य में किसी तरह की महामारी जैसी स्थिति उत्पन्न न हो।

इस पूरे मामले ने एक बार फिर शहरी क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं की बदहाल स्थिति को उजागर किया है और यह सवाल भी उठाया है कि क्या स्मार्ट सिटी जैसे सपनों को साकार करने से पहले इन बुनियादी जरूरतों को पूरी तरह ठीक नहीं किया जाना चाहिए।

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