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बुनियादी ढांचे के अभाव में टाटा कॉलेज चाईबासा में बंद हुई B.Ed. की पढ़ाई, RTI से हुआ खुलासा* 

 

 

चाईबासा: जिले के प्रमुख उच्च शिक्षा संस्थान टाटा कॉलेज, चाईबासा में B.Ed. पाठ्यक्रम बंद कर दिया गया है, और इसकी वजह बुनियादी ढांचे की कमी बताई गई है। यह जानकारी सूचना का अधिकार अधिनियम (RTI) 2005 के तहत मांगी गई सूचना के जवाब में सामने आई है।

 

आरटीआई कार्यकर्ता एवं सूचना का अधिकार एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष रामहरि गोप द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब में कॉलेज प्रशासन ने यह स्वीकार किया कि वर्तमान में कॉलेज में B.Ed. की पढ़ाई नहीं हो रही है, क्योंकि संस्थान के पास NCTE (राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद) के मानकों के अनुरूप पर्याप्त भवन और संसाधन उपलब्ध नहीं हैं।

प्रशासन ने यह भी बताया कि पूर्व में कॉलेज को मानव संसाधन विकास विभाग, रांची से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) के आधार पर B.Ed. कोर्स के लिए NCTE, भुवनेश्वर से मान्यता प्राप्त थी। लेकिन अब जब तक भवन और अन्य आवश्यक ढांचा उपलब्ध नहीं होता, तब तक पाठ्यक्रम दोबारा शुरू नहीं किया जा सकता।

 

रामहरि गोप ने इस मामले को गंभीर बताते हुए सवाल उठाया है कि जब बुनियादी ढांचे की कमी थी, तो B.Ed. पाठ्यक्रम की शुरुआत कैसे की गई? और उन छात्रों का क्या हुआ, जिन्होंने इस कोर्स में दाखिला लिया था?

 

उन्होंने सरकार और संबंधित विभागों से मांग की है कि जल्द से जल्द कॉलेज में आवश्यक संरचना का निर्माण कराया जाए और B.Ed. की पढ़ाई फिर से शुरू की जाए, ताकि भविष्य के शिक्षकों की शिक्षा बाधित न हो।

 

यह मामला न केवल शिक्षा व्यवस्था में लापरवाही को उजागर करता है, बल्कि यह भी सोचने पर मजबूर करता है कि क्या हमारी सरकारें उच्च शिक्षा संस्थानों में न्यूनतम आवश्यकताओं की निगरानी सही ढंग से कर रही हैं?

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