चाईबासा में श्रीमद् भागवत कथा का भव्य आयोजन मारवाड़ी महिला समिति द्वारा कथा के साथ रक्तदान व वरिष्ठ सम्मान कार्यक्रम भी संपन्न

चाईबासा: मारवाड़ी महिला समिति चाईबासा द्वारा 12 जून से 18 जून तक खिरवाल बैंक्वेट हॉल में श्रीमद् भागवत कथा का भव्य आयोजन किया जा रहा है। व्यास पीठ पर विराजमान परम श्रद्धेय श्री हिमांशु जी महाराज के श्रीमुख से प्रतिदिन दोपहर 3 बजे से 6 बजे तक कथा का श्रवण भक्तगण कर रहे हैं।
इस कथा महोत्सव का शुभारंभ 12 जून को सुबह 10 बजे श्याम मंदिर से निकाली गई भव्य शोभायात्रा से हुआ, जिसमें महाराज श्री के साथ समिति की सभी बहनों ने कलश यात्रा कर भागवत जी को ससम्मान कथा स्थल पर विराजमान किया।
महाराज श्री ने अपनी मधुर वाणी में राजा परीक्षित जन्म कथा, गोकर्ण कथा, कपिल अवतार, शिव-पार्वती विवाह, भक्त ध्रुव, भक्त प्रह्लाद तथा नरसिंह अवतार आदि की पुण्य कथाओं का संगीत-पूर्ण वातावरण में विस्तार से वर्णन कर श्रद्धालु श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
वरिष्ठ जनों का सम्मान
12 जून को समिति द्वारा एक विशेष कार्यक्रम के अंतर्गत वरिष्ठ जनों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर रजनी मोहता ने कहा, “हमारे वरिष्ठजन समाज के दीपस्तंभ हैं, जिनके अनुभवों से हम सीखते हैं। हमारा आज का जीवन उन्हीं के मार्गदर्शन का परिणाम है।”
समिति द्वारा पूनम चंद करनानी, राधा देवी नेविटया, राधा देवी शर्मा एवं शांति देवी गोयल को मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया गया।
रक्तदान दिवस पर रक्तदान शिविर
कथा आयोजन के साथ रक्तदान दिवस पर समिति ने रक्तदान शिविर का भी सफल आयोजन किया, जिसमें 8 यूनिट रक्त संग्रहित किया गया।
प्रांतीय साहित्य प्रमुख कविता शर्मा ने कहा, “रक्तदान महादान है और जब यह निस्वार्थ सेवा के रूप में किया जाए, तो यह और भी पुण्यकारी बन जाता है।”
श्रवण खवाला, निशा केडिया एवं डिम्पल अग्रवाल को निःस्वार्थ भाव से रक्तदान करने हेतु सम्मानित किया गया।
समिति की सहभागिता
इस अवसर पर समिति अध्यक्ष चंचल सर्राफ़ ने श्रद्धेय महाराज श्री का स्वागत करते हुए कहा कि “भागवत कथा धर्म, भक्ति और ज्ञान का अद्भुत संगम है, और हमारा उद्देश्य है कि समाज की नई पीढ़ी सनातन मूल्यों से जुड़कर प्रेरणा ले।”
कथा के दौरान सचिव निशा किरण गोयल, गोमती देवी, सरिता, सविता, कविता, ममता, शकुंतला, रजनी, श्रीकांता, ऊषा, संतोष कांता, पुष्पलता, नर्मदा, संगीता, बेला, कुसुम, अनीता, स्वीटी, विनीता, रेणु, सोनी, रश्मी, स्वेता, सुमन, खुशबु समेत बड़ी संख्या में महिला सदस्य उपस्थित रहीं और आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
कथा स्थल पर श्रद्धालु श्रोताओं की उपस्थिति दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है, जो इस आध्यात्मिक आयोजन की लोकप्रियता और समिति के प्रयासों की सफलता का प्रतीक है।