हाथी रेल दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए बड़ा कदम: बारबांबू–चक्रधरपुर–लोटापहाड़ सेक्शन में EIDS का परीक्षण शुरू

न्यूज़ लहर संवाददाता
चक्रधरपुर। पश्चिम सिंहभूम जिला में हाथियों के साथ होने वाली रेल दुर्घटनाओं को रोकने के लिए दक्षिण पूर्व रेलवे एक बड़ा और तकनीकी कदम उठा रही है। इसी क्रम में 15 और 16 जून को बारबांबू–चक्रधरपुर–लोटापहाड़ रेलखंड में EIDS (Elephant Intrusion Detection System) के Proof of Concept परीक्षण की शुरुआत की गई है। इस परीक्षण का आयोजन CSTE/Projects/GRC के नेतृत्व में किया जा रहा है।
परीक्षण के दौरान दो प्रशिक्षित हाथियों को शामिल किया गया है ताकि यह आकलन किया जा सके कि यह तकनीक जंगलों और रेल ट्रैक के पास हाथियों की आवाजाही को कितनी प्रभावी ढंग से पहचान सकती है।
EIDS एक स्मार्ट निगरानी प्रणाली है जो हाथियों की ट्रैक पर मौजूदगी को समय रहते भांप लेती है और रेल संचालन को सतर्क कर देती है। यह प्रणाली कैमरा, सेंसर और रीयल टाइम अलर्टिंग सिस्टम पर आधारित होती है, जिससे हाथियों और ट्रेनों दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
रेलवे अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यह परीक्षण पूरी तरह से नियंत्रित और सुरक्षित वातावरण में किया जा रहा है और जनता तथा हाथियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
यदि यह परीक्षण सफल रहता है, तो भविष्य में इस तकनीक को पूरे चक्रधरपुर रेल मंडल में और अन्य हाथी प्रभावित क्षेत्रों में भी लागू किया जा सकता है, जिससे मानव-हाथी संघर्ष और दुर्घटनाओं में उल्लेखनीय कमी लाई जा सकेगी।