रिमझिम फुहारों संग लेटते हुए पहुँचे शिवधाम, चाकुलिया में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब

न्यूज़ लहर संवाददाता
चाकुलिया। पूर्वी सिंहभूम जिले के चाकुलिया नगर पंचायत क्षेत्र स्थित ऐतिहासिक चंडेश्वर शिव मंदिर में जारी पांच दिवसीय चड़क पूजा महोत्सव ने मंगलवार को भक्ति की नई ऊँचाइयों को छू लिया। तीसरे दिन श्रद्धालुओं ने पक्का घाट तालाब से लेकर मंदिर प्रांगण तक की कठिन यात्रा लेटते हुए तय की, और रिमझिम बारिश की बूंदों के बीच शिव भक्ति में डूबे नजर आए।
भोर की बेला में भोक्ता तालाब में पवित्र स्नान कर, मंत्रोच्चार के साथ पूजा-अर्चना प्रारंभ करते हैं। फिर पूरे शरीर को पक्की सड़क पर अर्पित करते हुए, शिवधाम की ओर धीरे-धीरे बढ़ते हैं। हर कदम पर केवल आस्था का संबल और हर साँस में शिव नाम की गूंज होती है। बारिश में भीगते हुए, भक्तों के चेहरे पर दिखता अद्भुत तेज, मन की गहराइयों से उपजी उनकी श्रद्धा को दर्शाता है।
मंदिर पहुंचकर भोक्ताओं ने विधिपूर्वक भगवान चंडेश्वर की पूजा की। यह अनुपम दृश्य देखने के लिए सैकड़ों ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। हर चेहरा भावविभोर था, मानो स्वयं देवता इस पुण्य घड़ी के साक्षी बनकर उपस्थित हों।
पूरे आयोजन को सफल और सुचारू बनाने में नगर पंचायत प्रशासन और पुलिस बल की भूमिका सराहनीय रही। मंदिर मार्ग की सफाई, सुरक्षा व्यवस्था और भक्तों के लिए की गई विशेष तैयारियों ने यह सुनिश्चित किया कि आस्था की इस यात्रा में कोई अवरोध न आए।
इस दिव्य अवसर पर अशोक दास, मुन्ना भारती, निताई गोप, बाच्चु मन्ना, हेमंत नाथ, गोपाल दास, शक्ति पद सीट, हरो सीट, मानिक सीट, अर्जुन दास, तन्मय मोदक, तरुण नामाता, उत्तम नाथ, कोका नामाता, स्वपन दास, असित नाथ जैसे सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित थे, जिन्होंने अपने तन, मन और आत्मा से शिव आराधना में भाग लिया।
चाकुलिया क्षेत्र में चड़क पूजा न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि यह सांस्कृतिक परंपरा, समर्पण और भक्ति की प्रतीक है। यह आयोजन यह दर्शाता है कि कठिन तप और अटूट श्रद्धा से भगवान को पाया जा सकता है। आने वाले दो दिनों में भी श्रद्धालुओं की इसी तरह भारी उपस्थिति की संभावना है।