हमेशा शिलान्यास की खबर मिलती है, उद्घाटन कब होगा?: शशि भूषण सामड

न्यूज़ लहर संवाददाता
चाईबासा: चक्रधरपुर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक शशि भूषण सामड ने झारखंड सरकार और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की कार्यशैली पर गहरी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि सरकार और नेताओं से जनता को केवल शिलान्यास की खबरें ही सुनने को मिलती हैं, लेकिन उद्घाटन की कभी कोई सूचना नहीं मिलती। उन्होंने सवाल उठाया कि, “शिलान्यास तो हो रहा है, मगर उद्घाटन की खुशखबरी कब मिलेगी?”
पूर्व विधायक सामड ने आरोप लगाया कि जिले में डीएमएफटी (जिला खनिज न्यास निधि) फंड का भारी दुरुपयोग हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह फंड उन क्षेत्रों में खर्च होना चाहिए था जहाँ इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है, लेकिन दुर्भाग्यवश ऐसा नहीं हो रहा है। उन्होंने बताया कि किरीबुरू, मेघाहातुबुरू, नोवामुंडी, चिड़िया और मनोहरपुर जैसे खनिज क्षेत्र के लोग आज भी लाल पानी पीने को मजबूर हैं।
उन्होंने स्थानीय प्रशासन से आग्रह करते हुए कहा कि उपायुक्त को इस मुद्दे पर गंभीरता से संज्ञान लेना चाहिए और प्राथमिकता के आधार पर इन क्षेत्रों में स्वच्छ जल की व्यवस्था करनी चाहिए।
सामड ने भाजपा शासन की तुलना करते हुए कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में मुखियाओं को पर्याप्त अधिकार और फंड दिया जाता था, जिससे गांवों का सतत विकास होता था। “आज की सरकार में ना तो मुखियाओं को काम दिया जा रहा है, और ना ही योजनाओं का लाभ सही जगह तक पहुंच पा रहा है।
उन्होंने ‘हर घर जल योजना’ और ‘जल नल योजना’ के नाम पर चल रहे कार्यों पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि योजना के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है। आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं और बच्चे कोसों दूर से पानी लाने को मजबूर हैं। कई जगहों पर तो पानी के लिए लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है।
पूर्व विधायक ने कटाक्ष करते हुए कहा कि झारखंड सरकार यदि सिर्फ मैया सम्मान योजना जैसे कार्यक्रमों के सहारे विकास का ढिंढोरा पीट रही है, तो यह सोच पूरी तरह गलत है। विकास जमीनी स्तर पर दिखना चाहिए, न कि सिर्फ अखबारों और घोषणाओं में।