साकची गुरुद्वारा चुनाव में बवाल, निशान सिंह और जसबीर गांधी ने जताया विरोध हरविंदर मंटू के समर्थन में मतदान, माहौल बिगड़ने पर प्रभारी आनंद मिश्रा ने किया लाठीचार्ज

न्यूज़ लहर संवाददाता
जमशेदपुर: साकची गुरुद्वारा प्रधान पद चुनाव रविवार को विवाद और टकराव का केंद्र बन गया जब सीजीपीसी (सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी) द्वारा कराए गए मतदान का साकची गुरुद्वारा के वर्तमान प्रधान सरदार निशान सिंह और प्रत्याशी जसबीर सिंह गांधी ने खुलकर विरोध किया।
निशान सिंह ने सीजीपीसी अध्यक्ष भगवान सिंह पर तानाशाही, पक्षपात और गुरुद्वारा संविधान के उल्लंघन के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि हरविंदर सिंह मंटू को जबरन प्रधान बनाए जाने की कोशिश की जा रही है और मतदान प्रक्रिया पूरी तरह पूर्वनियोजित और अपारदर्शी थी।
मतदान समिति में शामिल नरेन्द्रपाल सिंह भाटिया, परविंदर सिंह सोहल, सुरजीत सिंह, लखविंदर सिंह और अमरजीत भामरा ने सुबह अरदास के बाद मतदान शुरू कराया। लेकिन जसबीर गांधी ने आपत्ति जताई कि उन्हें अब तक शुद्ध मतदाता सूची नहीं दी गई, जबकि उनकी सहमति के बिना मतदान कराना नियमविरुद्ध है।
इस पर निशान सिंह और गांधी समर्थकों ने नारेबाज़ी शुरू कर दी, जिसके जवाब में हरविंदर मंटू के समर्थकों ने भी मोर्चा संभाला। माहौल तनावपूर्ण होते ही दोनों पक्षों के बीच धक्का-मुक्की और हाथापाई शुरू हो गई।
स्थिति बिगड़ते देख साकची थाना प्रभारी आनंद मिश्रा ने लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस ने उपद्रवियों को दौड़ाकर खदेड़ा। इस दौरान कई बुज़ुर्ग सिखों की दाढ़ी खींचने और अपमानजनक व्यवहार की शिकायतें सामने आईं, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हुईं।
बाद में विरोधी गुट ने मतदान का बहिष्कार कर धरना दिया और सीजीपीसी के खिलाफ काले झंडे दिखाए। चुनाव का यह विवाद अब पूरे सिख समाज में चर्चा का विषय बन गया है।