प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने अनुच्छेद 370 को समाप्त कर डॉ. मुखर्जी को सच्ची श्रद्धांजलि दी है:- मधु कोड़ा

गुवा
भारतीय मजदूर संघ की गुवा इकाई की ओर से सोमवार को गुवा रामनगर स्थित बीएमएस कार्यालय में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि श्रद्धा व सम्मान के साथ मनाई गई। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा उपस्थित रहे। उन्होंने स्वर्गीय डॉ. मुखर्जी की तस्वीर पर दीप प्रज्वलित कर पुष्पांजलि अर्पित की और उनके राष्ट्रवादी विचारों को स्मरण किया। अपने संबोधन में पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी केवल एक राजनेता नहीं, बल्कि सच्चे देशभक्त, समाजसेवी और राष्ट्र निर्माण के पुरोधा थे। उन्होंने देश की एकता और अखंडता के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। श्री मधु कोड़ा ने कहा देश सुरक्षित रहेगा तो हम सभी सुरक्षित रहेंगे। हमें हर नागरिक में देशभक्ति का भाव जागृत करना होगा।
उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुई हालिया आतंकी घटना का जिक्र करते हुए उसे बेहद दर्दनाक बताया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करते हुए सीमा पार स्थित आतंकी ठिकानों को वीर सैनिकों के माध्यम से ध्वस्त किया। यह कार्य पूर्ववर्ती किसी भी सरकार ने करने का साहस नहीं दिखाया ।
श्री मधु कोड़ा ने आगे 1950 में हुए लियाकत-नेहरू समझौते का उल्लेख करते हुए बताया कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देशहित को प्राथमिकता देते हुए नेहरू सरकार के कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद 1951 में उन्होंने भारतीय जनसंघ की स्थापना की और इसके पहले अध्यक्ष बने। उनका प्रमुख लक्ष्य था एक राष्ट्र, एक विधान, एक निशान। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 के प्रबल विरोधी रहे मुखर्जी ने जीवन भर इसके खिलाफ संघर्ष किया। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने 2019 में अनुच्छेद 370 को समाप्त कर डॉ. मुखर्जी को सच्ची श्रद्धांजलि दी है। यह काम कांग्रेस कभी नहीं कर सकी थी क्योंकि वो वोट बैंक की राजनीति से ऊपर नहीं उठ सकी। कार्यक्रम में भारतीय मजदूर संघ के पदाधिकारी और भाजपा कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे। इस अवसर पर भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष गोविंद पाठक, बीएमएस के महामंत्री समीर पाठक, झारखंड मजदूर यूनियन के महामंत्री हेमराज सोनार, कैलाश दास, रितेश प्रसाद, उदय सिंह, राजू ठाकुर, विनय प्रसाद, पियूष साव सहित कई प्रमुख कार्यकर्ता शामिल हुए।