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हेमंत सरकार के खिलाफ झारखंड भाजपा का राज्यव्यापी आक्रोश प्रदर्शन भ्रष्टाचार, कुशासन, बेरोजगारी और अवैध खनन के विरोध में सौंपे गए ज्ञापन

 

चाईबासा(पश्चिमी सिंहभूम): झारखंड सरकार के खिलाफ राज्यभर में भारतीय जनता पार्टी द्वारा प्रखंड स्तरीय आक्रोश प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर पूरे जिले (पश्चिमी सिंहभूम) भर में सभी भाजपा के वरिष्ठ नेता अपने सहयोगियों के साथ जिले के 18 प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा।भाजपा ने हेमंत सोरेन सरकार पर भ्रष्टाचार, ध्वस्त कानून व्यवस्था, बिजली-पानी की बदहाली, अवैध बालू-पत्थर-कोयला खनन और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर हमला बोला।

प्रत्येक प्रखंड में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन कर संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारियों के माध्यम से उपायुक्त या राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।

गुदड़ी प्रखंड कार्यालय में भाजपा मंडल अध्यक्ष सोमा रूगु और पूर्व मंडल अध्यक्ष संजय कुमार समड ने ज्ञापन सौंपा। वे कार्यालय में अधिकारियों की अनुपस्थिति पर नाराज दिखे। आनंदपुर प्रखंड में जिला उपाध्यक्ष किशोर डागा, गोबिंद पाठक, मनोज सिंहदेव, उमेश रवानी और भारी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए।

नोवामुंडी और जगन्नाथपुर प्रखंडों में भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व सांसद गीता कोड़ा और पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा के नेतृत्व में आक्रोश रैली निकाली गई। पदयात्रा कर कार्यकर्ताओं ने प्रखंड कार्यालय का घेराव कर धरना दिया।

मझगांव विधानसभा क्षेत्र के मझगांव, कुमारडुंगी, मंझारी और तांतनगर प्रखंडों में पूर्व मंत्री व भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष बड़कुंवर गागराई के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार नहीं चेती तो भाजपा जनांदोलन छेड़ेगी।

टोंटो प्रखंड में प्रखंड अध्यक्ष लेबेया लागुरी की अध्यक्षता में प्रदर्शन हुआ। मुख्य वक्ता संजय पांडे ने पेसा कानून लागू करने की मांग की और पारंपरिक शासन व्यवस्था के अधिकारों के हनन का मुद्दा उठाया। हाटगम्हरिया प्रखंड में पूर्व जिला अध्यक्ष सतीश पुरी और वरिष्ठ भाजपा नेता देवी शंकर दत्ता ने मोर्चा संभाला।

धरनों के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, राशन और आवास योजनाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए सरकार की विफलताओं को उजागर किया और चेतावनी दी कि यदि सुधार नहीं हुआ तो राज्यव्यापी आंदोलन होगा।

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