जमशेदपुर में भाजपा का हल्ला बोल: स्वास्थ्य, शिक्षा, कानून-व्यवस्था समेत कई मुद्दों पर राज्य सरकार को घेरा

न्यूज़ लहर संवाददाता
जमशेदपुर। मंगलवार को प्रखंड कार्यालय पर भारतीय जनता पार्टी ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर हल्ला बोला और जिला प्रशासन के माध्यम से उपायुक्त, पूर्वी सिंहभूम को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा। पार्टी ने झारखंड में बढ़ती अव्यवस्था, बिगड़ती कानून-व्यवस्था, सरकारी योजनाओं की असफलता और आम जनता की लगातार उपेक्षा को लेकर राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।
भाजपा के जिलाध्यक्ष सुधांशु ओझा के नेतृत्व में सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि राज्य में अपराध, हत्या, लूट और बलात्कार की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिससे महिलाओं और बच्चियों में भय का माहौल है। उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार जनता से किए गए वादों को निभाने में पूरी तरह विफल रही है और आम आदमी को बुनियादी सुविधाएं तक नहीं मिल पा रही हैं।
भाजपा नेताओं ने स्वास्थ्य व्यवस्था की दुर्दशा को उजागर करते हुए बताया कि अस्पतालों में डॉक्टरों, दवाइयों, ऑक्सीजन और एम्बुलेंस की भारी कमी है। आयुष्मान भारत योजना लगभग ठप है और बकाया भुगतान के कारण कई अस्पताल मरीजों को भर्ती तक नहीं कर रहे। शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षकों की भारी कमी है, पेंशनधारियों को समय पर राशि नहीं मिल रही, किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा और आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषणयुक्त सामग्री का अभाव बना हुआ है।
पार्टी का आरोप है कि सड़कों की बदहाली और हर स्तर पर फैला भ्रष्टाचार यह साबित करता है कि सरकारी मशीनरी पूरी तरह फेल हो चुकी है। भाजपा ने यह भी कहा कि सरकारी योजनाएं केवल कागजों में सिमट कर रह गई हैं और लाभ वास्तविक ज़रूरतमंदों तक नहीं पहुंच पा रहा।
भाजपा ने स्पष्ट किया कि वह जनता की आवाज को सड़क से सदन तक उठाने के लिए प्रतिबद्ध है और जनहित के मुद्दों पर चुप नहीं बैठेगी। प्रदर्शन में कई स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भाग लिया, जिनमें सुधांशु ओझा, बहु सिंह, नितीश कुशवाहा, एडवोकेट कन्हैया पांडे, मुकेश सिंह, सुबार्क, पवित्र पांडे, वन्नी ब्रिघ, रामदुर, धर्मेंद्र चौकी, सत्येंद्र पोल, मनोज कुमार, माणिक सिंह, भीम प्रकाश सिंह, कुमारिश्वजीत, शाली देक, अनिल मोदी, पिंड्रा गिरी, अमिताभ मिश्रा, बाबलू नायक और जितेन्द्र पलारे प्रमुख रूप से शामिल थे।
इस प्रदर्शन को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए इसे “राजनीतिक नौटंकी” बताया। हालांकि, भाजपा कार्यकर्ताओं ने दो टूक कहा कि वे जनता के हक की लड़ाई में पीछे नहीं हटेंगे और सरकार की नाकामियों को उजागर करने का सिलसिला जारी रहेगा।