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लुक आउट नोटिस के जरिए जमशेदपुर पुलिस ने पहली बार किया इनामी अपराधी को गिरफ्तार, बहरीन से लौटते ही एयरपोर्ट पर दबोचा गया निशार उर्फ निशु

न्यूज़ लहर संवाददाता
जमशेदपुर। जिला पुलिस ने पहली बार लुक आउट नोटिस के जरिए एक इनामी कुख्यात अपराधी को गिरफ्तार कर एक बड़ी सफलता हासिल की है। हत्या, रंगदारी, फायरिंग और अवैध वसूली के दर्जनों मामलों में वांछित अमरनाथ गिरोह का सक्रिय सदस्य निशार हसन उर्फ निशु को बहरीन से लौटते ही दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर इमिग्रेशन जांच के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया। झारखंड सरकार ने उसकी गिरफ्तारी पर ₹50,000 का इनाम घोषित किया था।

मामला 27 अगस्त 2023 का है जब मानगो थाना क्षेत्र के गुरुद्वारा रोड स्थित प्वाला बस्ती में स्वर्णरेखा नदी किनारे खटाल के पास पवन यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस कांड में मृतक के भाई मंतोष यादव के आवेदन पर मानगो थाना कांड संख्या 247/2023 दर्ज किया गया था। मामले में पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए नौ अपराधियों को घटना में प्रयुक्त हथियारों के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा, लेकिन मुख्य आरोपी निशार हसन घटना के बाद फरार हो गया।

पुलिस को जांच के दौरान जानकारी मिली कि वह बहरीन भाग गया है और वहीं से अपने नेटवर्क के जरिए जमशेदपुर में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहा है। इस बीच उसने वैकुंठनगर के राजा सिंह की हत्या करवा दी और डिमना लेक रोड पर आशुतोष ओझा उर्फ अशु पर जानलेवा हमला कराया। साथ ही, मानगो और जुगसलाई इलाके के जमीन कारोबारियों से अमरनाथ गिरोह के माध्यम से अवैध वसूली भी कर रहा था।

यह जानकारी मंगलवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पीयूष पांडेय ने दी। उन्होंने बताया कि पुलिस उपाधीक्षक नगर प्रथम भोला प्रसाद सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई, जिसने भारत सरकार के गृह मंत्रालय के माध्यम से आरोपी के विरुद्ध लुक आउट सर्कुलर जारी कराया। इसके बाद जैसे ही वह बहरीन से भारत लौटा, दिल्ली एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन जांच में पकड़ा गया। जमशेदपुर पुलिस के इतिहास में यह पहली बार है जब किसी इनामी अपराधी को लुक आउट नोटिस के माध्यम से गिरफ्तार किया गया हो।

गिरफ्तार अपराधी निशार हसन उर्फ निशु, बिष्टुपुर थाना क्षेत्र के साउथ पार्क का निवासी है और पूर्व में चोरी, रंगदारी, हत्या, बमबारी और फायरिंग जैसे संगीन मामलों में जेल जा चुका है। जेल से छूटने के बाद वह अमरनाथ गिरोह को पुनः सक्रिय करने की कोशिश कर रहा था और शहर में दहशत फैलाने के प्रयास में लगा हुआ था, जिसे पुलिस ने तकनीकी सक्रियता से नाकाम कर दिया।

उसके खिलाफ दर्ज अन्य मामलों में सोनारी, बिष्टुपुर, मानगो, ओल्डीह और बोडाम थानों में हत्या, जानलेवा हमला और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज हैं। पुलिस ने गिरफ्तारी के समय उसके पास से एक एंड्रॉइड मोबाइल भी जब्त किया है, जिससे वह गिरोह के अन्य अपराधियों से संपर्क में रहता था।

इस सफलता के बाद जमशेदपुर पुलिस की कार्यशैली और तकनीकी दक्षता की सराहना की जा रही है, वहीं अमरनाथ गिरोह को बड़ा झटका लगा है।

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