चाईबासा में भाजपा की प्रेस वार्ता: आपातकाल को बताया लोकतंत्र का काला अध्याय, कांग्रेस पर बोला तीखा हमला*

चाईबासा: चाईबासा के बासाटोंटो स्थित भाजपा जिला कार्यालय में बुधवार को आयोजित प्रेस वार्ता में पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिनेशानंद गोस्वामी ने आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। उन्होंने 25 जून 1975 की रात को भारतीय लोकतंत्र का सबसे काला दिन करार दिया और कहा कि सत्ता बचाने की सनक में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने न केवल संविधान को रौंदा, बल्कि पूरे देश को एक जेलखाने में तब्दील कर दिया।
डॉ. गोस्वामी ने कहा कि 12 जून 1975 को इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा इंदिरा गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द किए जाने के बाद, उन्होंने लोकतांत्रिक मर्यादाओं की अवहेलना करते हुए राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद से बिना कैबिनेट की सहमति के आपातकाल लागू करवा दिया।
उन्होंने याद दिलाया कि आपातकाल के दौरान जयप्रकाश नारायण, अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी, मोरारजी देसाई जैसे कई प्रमुख नेताओं और आरएसएस व अन्य सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं को जेल में डाल दिया गया। प्रेस की स्वतंत्रता छीनी गई, नागरिक अधिकारों को कुचला गया और भय का वातावरण बना दिया गया।
इतिहास की चर्चा करते हुए डॉ. गोस्वामी ने कहा, “जननायक जयप्रकाश नारायण जैसे सम्मानित नेता, जो बीमार थे, उन्हें भी जेल में ठूंस दिया गया। यह दर्शाता है कि उस समय सत्ता के विरोध की कोई गुंजाइश नहीं थी।”
उन्होंने बताया कि आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर भाजपा पूरे देश में जनजागरण अभियान चला रही है, ताकि नई पीढ़ी को लोकतंत्र के उस कठिन दौर की सच्चाई से अवगत कराया जा सके।
प्रेस वार्ता में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष बड़कुंवर गागराई, पूर्व सांसद गीता कोड़ा, जिला अध्यक्ष संजय पांडे, वरिष्ठ नेता जे.बी. तुबिद और पूर्व प्रत्याशी गीता बालमुचू भी मौजूद रहे। सभी नेताओं ने लोकतंत्र की रक्षा के लिए जनमानस को जागरूक रहने का आह्वान किया।