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कोल्हान छात्र संघर्ष समिति का बड़ा ऐलान: 1 जुलाई को निकलेगी न्याय यात्रा, इंटर की पढ़ाई बंद करने के विरोध में छात्र लामबंद

 

चाईबासा: कोल्हान छात्र संघर्ष समिति ने नई शिक्षा नीति के तहत महाविद्यालयों में इंटरमीडिएट की पढ़ाई बंद किए जाने के खिलाफ बड़ा आंदोलन छेड़ने का एलान किया है। समिति ने मंगलवार को आयोजित प्रेस वार्ता में घोषणा की कि आगामी 1 जुलाई 2025 को जिलेभर के कॉलेजों के छात्र-छात्राएं “न्याय यात्रा” निकालेंगे, जिसमें हजारों की संख्या में छात्र शामिल होंगे।

प्रेस वार्ता में छात्र नेताओं ने कहा कि इंटर की पढ़ाई बंद होने से न केवल छात्रों की शिक्षा बाधित हो रही है, बल्कि दूर-दराज से आए छात्रों को हॉस्टल छोड़ने की भी नौबत आ गई है। इससे गरीब, आदिवासी और मजदूर वर्ग के छात्रों की पढ़ाई पर गंभीर असर पड़ रहा है।

टाटा कॉलेज छात्र संघ के पूर्व सचिव पिपुन बारीक ने कहा कि इंटर बंद करने का फैसला छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। झामुमो छात्र मोर्चा अध्यक्ष सनातन पिंगुवा ने कहा कि यह शिक्षा के अधिकार का उल्लंघन है और यदि मांगें नहीं मानी गईं, तो आंदोलन और उग्र रूप लेगा।

एनएसयूआई कोल्हान विश्वविद्यालय अध्यक्ष वीर सिंह बालमुचु ने नई शिक्षा नीति में पाई जा रही कमियों को लेकर कहा कि छात्रों को परेशान कर नई व्यवस्था थोपना गलत है।

युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रीतम बांकिरा ने चेतावनी दी कि यदि सरकार और राज्यपाल ने जल्द स्थायी समाधान नहीं निकाला, तो सभी कॉलेजों में तालाबंदी की जाएगी। वहीं, झामुमो युवा मोर्चा सचिव मंजीत हंसदा ने कहा कि छात्र यदि चाहेंगे तो आंदोलन को राजभवन तक ले जाया जाएगा।

प्रेस वार्ता में टाटा कॉलेज के कई छात्र उपस्थित थे और सभी ने 1 जुलाई को न्याय यात्रा में भाग लेने का संकल्प लिया।

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