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पुरुलिया-हावड़ा मेमू ट्रेन सेवा का शुभारंभ, संतरागाछी स्टेशन के पुनर्विकास कार्य का निरीक्षण*

न्यूज़ लहर संवाददाता
संतरागाछी।भारतीय रेलवे ने पश्चिम बंगाल के यात्रियों को एक नई सौगात देते हुए आज पुरुलिया से हावड़ा के बीच मेमू ट्रेन संख्या 08121 की शुरुआत की। इस ऐतिहासिक अवसर पर केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संतरागाछी रेलवे स्टेशन का दौरा किया और अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत चल रहे पुनर्विकास कार्यों का निरीक्षण किया। उनके साथ केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुकांत मजूमदार, विष्णुपुर के सांसद सौमित्र खान, हावड़ा के सांसद प्रसून बनर्जी, रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी और बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।
अश्विनी वैष्णव ने संतरागाछी स्टेशन के पुनर्विकास कार्यों की प्रगति का जायजा लिया और बताया कि अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत संतरागाछी को एक आधुनिक, विश्वस्तरीय ट्रांजिट हब के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिसमें यात्रियों के लिए बेहतर सुविधाएं और स्थानीय संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में 101 से अधिक स्टेशनों पर इस योजना के तहत काम चल रहा है, जिससे राज्य के यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं और बेहतर यात्रा अनुभव मिलेगा।

निरीक्षण के पश्चात श्री वैष्णव ने वर्चुअल माध्यम से पुरुलिया से हावड़ा (मासाग्राम होते हुए) के लिए मेमू ट्रेन संख्या 08121 को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर पुरुलिया के सांसद ज्योतिरमय सिंह महतो, पुरुलिया के विधायक सुदीप कुमार मुखर्जी, बांकुरा के विधायक नीलाद्रि शेखर दाना, छातना के विधायक सत्यनारायण मुखोपाध्याय, ओंडा के विधायक अमरनाथ शाका, सोनामुखी के विधायक दिबाकर घरामी और इंदुस के विधायक निर्मल कुमार धारा वर्चुअली जुड़े।

अपने संबोधन में अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह मेमू ट्रेन सेवा न केवल एक महत्वपूर्ण रेल लिंक को बहाल करती है, बल्कि ऐतिहासिक बांकुरा दामोदर रेलवे की विरासत को भी पुनर्जीवित करती है। अब पुरुलिया, बांकुरा और हावड़ा के लोगों को स्वच्छ, तेज और किफायती रेल यात्रा का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप भारतीय रेलवे का नया स्वरूप गढ़ा जा रहा है और इसे साकार करने के लिए रेलवे के 12 लाख से अधिक सदस्य समर्पण के साथ कार्यरत हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अब वे इलाके, जो कभी विकास से कोसों दूर थे, वहां भी तेजी से प्रगति हो रही है और भारतीय रेलवे का नया युग आकार ले रहा है।

यह मेमू सेवा पुरुलिया, बांकुरा, मासाग्राम होते हुए हावड़ा तक 283 किलोमीटर की दूरी तय करेगी, जिसका किराया मात्र 60 रुपये रखा गया है, जो खड़गपुर मार्ग के मुकाबले सस्ता है। इस मार्ग से यात्रा करने पर यात्रियों को 41 किलोमीटर की दूरी और समय की बचत होगी। यह सेवा न सिर्फ दैनिक यात्रियों, छात्रों और व्यापारियों के लिए सुविधाजनक होगी, बल्कि क्षेत्रीय विकास, पर्यटन और औद्योगिक गतिविधियों को भी गति देगी। बांकुरा दामोदर रेलवे की शुरुआत 1916 में हुई थी, जिसे 2005 में ब्रॉड गेज में बदला गया और 2012 में मासाग्राम तक बढ़ाया गया। 2021 में इस मार्ग का विद्युतीकरण भी पूरा हो गया, जिससे अब कुशल और पर्यावरण अनुकूल रेल सेवाएं संभव हो पाई हैं।

भारतीय रेलवे नागरिकों को केंद्र में रखकर विकास और कनेक्टिविटी को प्राथमिकता दे रहा है, ताकि देश के हर कोने तक प्रगति और सुविधा पहुंचे। आज की यह पहल पश्चिम बंगाल सहित पूरे देश के लिए एक नई दिशा और ऊर्जा का संचार करेगी।

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