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हमारे होने से ही रंग हैं – जमशेदपुर में प्राइड जलसा 2025 का आयोजन

न्यूज़ लहर संवाददाता
जमशेदपुर। “हम हैं, तो रंग हैं।” इसी संदेश के साथ पीपल फॉर चेंज और जमशेदपुर क्वीयर सर्कल (जे़क्यूसी) ने प्राइड जलसा 2025 का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में प्लान इंडिया, हमसफर ट्रस्ट और टाटा स्टील उपयोगिता तथा अधोसंरचना सेवा लिमिटेड का सहयोग रहा। यह आयोजन तीस जून को साकची के सुपर सेंटर में दोपहर तीन बजे से शाम छह बजे तक हुआ।

इस बार की थीम “दृश्यता है शक्ति, प्रेम है प्रतिरोध” थी। इसमें दो सौ से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में राउरकेला, रांची, रायपुर और अंबिकापुर से भी लोग आए। इसमें प्राइड वॉक, पोस्टर और तख्ती निर्माण, कविता पाठ, ओपन माइक, नृत्य तथा नाट्य प्रदर्शन हुए। साथ ही यौन व प्रजनन स्वास्थ्य अधिकार, मानसिक स्वास्थ्य, क्वीयर अधिकार और कानूनी सहायता पर आधारित स्टॉल लगाए गए। कई युवाओं ने अपने जीवन की पहचान और “कमिंग आउट” की कहानियाँ भी सुनाईं।

मानगो से आए बाईस वर्षीय क्वीयर युवा ने कहा कि पहली बार अपने साथी का हाथ पकड़ कर सार्वजनिक रूप से चलने का साहस उन्हें प्राइड वॉक ने दिया। जमशेदपुर क्वीयर सर्कल की पुष्पा नाग ने कहा कि हमें केवल जून महीने में नहीं, बल्कि पूरे वर्ष सुरक्षा और समान अधिकार चाहिए। पीपल फॉर चेंज और जे़क्यूसी के संस्थापक सौविक साहा ने कहा कि प्राइड केवल उत्सव नहीं बल्कि हमारे संघर्ष और अधिकारों की पहचान है। पश्चिम सिंहभूम से आईं ट्रांसजेंडर कार्यकर्ता मीनाक्षी किन्नर ने कहा कि हमारे होने से फर्क पड़ता है और जब हम साथ होते हैं, तो बदलाव संभव होता है।

इस आयोजन में शुभकामना फाउंडेशन, श्रमजीवी महिला समिति की संस्थापक पुरबी पॉल और युवा संगठन यूवा की संस्थापक बर्नाली ने भी भाग लेकर क्वीयर समुदाय के प्रति अपना समर्थन जताया। आयोजकों ने कहा कि प्राइड जलसा सिर्फ एक दिन का आयोजन नहीं बल्कि सुरक्षित, सहायक और समावेशी समाज निर्माण की दीर्घकालिक पहल का हिस्सा है।

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