चलती गाड़ी से गिरा पर्स लौटाकर चाईबासा चेम्बर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों ने निभाई नैतिक जिम्मेदारी

चाईबासा: हिंदुस्तान अख़बार के प्रतिभा सम्मान समारोह में भाग लेने जा रहे चाईबासा चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के पदाधिकारियों ने आज मानवता की मिसाल पेश की। टाटा कॉलेज सभागार जाते वक्त, चेम्बर अध्यक्ष मधुसूदन अग्रवाल, उपाध्यक्ष शिबूलाल अग्रवाल एवं विकास गोयल, सचिव नीरज संदवार और सह सचिव वकील ख़ान ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, चाईबासा शाखा के पास एक महिला का पर्स सड़क पर गिरते देखा, जो एक चलती सुजुकी ब्रीज़ा (वाहन संख्या 1408) से गिरा था।
पदाधिकारियों ने तत्परता दिखाते हुए लगभग दो किलोमीटर तक उस गाड़ी का पीछा किया, परंतु उसमें सवार लोगों ने पर्स को पहचानने से इनकार कर दिया। जांच करने पर पर्स में दो मोबाइल, तीन एटीएम कार्ड, आधार, पैन कार्ड, नगद राशि व अन्य दस्तावेज पाए गए।
कुछ देर बाद एक महिला का फोन आया, जिसने बताया कि पर्स उसकी सहेली आशा दोराईबुरु का है, जो स्टेट बैंक के पास गाड़ी से उतरी थीं। उन्हें टाटा कॉलेज बुलाया गया, जहाँ पहचान सुनिश्चित करने के बाद पर्स सुपुर्द किया गया।
श्रीमती दोराईबुरु, जो एक शहीद सैनिक की पत्नी हैं, भावुक होकर बोलीं कि यह सहयोग उनके लिए बेहद अहम था। चेम्बर पदाधिकारियों ने कहा कि समाज के प्रति नैतिक जिम्मेदारी निभाकर उन्हें आत्मिक संतोष मिला।
यह घटना समाज में भरोसा और इंसानियत को और प्रज्वलित करती है।