भाजपा राज्य की शांति भंग करने पर आमादा : कांग्रेस* *भोगनाडीह की घटना को लेकर कांग्रेस ने भाजपा के आरोपों को बताया बेबुनियाद, कानून हाथ में लेने वालों पर होगी कार्रवाई*

*भाजपा राज्य की शांति भंग करने पर आमादा : कांग्रेस*
*भोगनाडीह की घटना को लेकर कांग्रेस ने भाजपा के आरोपों को बताया बेबुनियाद, कानून हाथ में लेने वालों पर होगी कार्रवाई*
चाईबासा: भोगनाडीह में हूल दिवस के अवसर पर हुई घटना और उसके बाद भाजपा द्वारा किए गए पुतला दहन एवं राज्य सरकार पर लगाए गए आरोपों को लेकर कांग्रेस ने कड़ा प्रतिवाद जताया है। कांग्रेस के जिला प्रवक्ता त्रिशानु राय ने मंगलवार शाम प्रेस बयान जारी कर कहा कि भाजपा राज्य की शांति व्यवस्था को भंग करने पर तुली हुई है और आदिवासियों की अस्मिता के नाम पर केवल राजनीति कर रही है।
प्रवक्ता राय ने कहा कि हूल दिवस के अवसर पर भोगनाडीह में श्रद्धा और सम्मान के साथ कार्यक्रम आयोजित किया गया था, लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा स्थिति को बिगाड़ने की सुनियोजित कोशिश की गई। उन्होंने कहा कि “अब जबकि यह स्पष्ट हो चुका है कि भोगनाडीह उपद्रव का मास्टर माइंड पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता चंपई सोरेन के दो सहायक थे, जो हथियार के साथ गिरफ्तार हुए हैं, ऐसे में भाजपा का विरोध प्रदर्शन पूरी तरह हास्यास्पद और आत्मविरोधी बन जाता है।”
त्रिशानु राय ने दो टूक कहा कि राज्य की कानून व्यवस्था सर्वोपरि है और किसी भी संगठन या व्यक्ति को इसे हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जा सकती। उन्होंने कहा कि गठबंधन सरकार आदिवासियों के इतिहास, अस्मिता और अधिकारों की रक्षा को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है। भाजपा का यह आरोप कि सरकार आदिवासियों की भावनाओं को कुचल रही है, पूरी तरह से तथ्यहीन, भ्रामक और दुर्भावनापूर्ण है।
उन्होंने कहा, “हूल दिवस हमारी सांस्कृतिक चेतना और आत्मबल का प्रतीक है। इसका राजनीतिक दुरुपयोग कर भाजपा समाज में भ्रम फैलाने का प्रयास कर रही है, जो बेहद शर्मनाक है।”
कांग्रेस प्रवक्ता ने भाजपा को नसीहत देते हुए कहा कि उसे गैर-जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका छोड़कर रचनात्मक सुझावों और जनहित के मुद्दों पर बात करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि गठबंधन सरकार हर नागरिक की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और जो भी व्यक्ति या संगठन कानून को अपने हाथ में लेने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, चाहे वह किसी भी विचारधारा या दल से संबंध रखता हो।
उन्होंने कहा कि भाजपा नेतृत्व वाली सरकारों में ही हमेशा विभाजनकारी ताकतों को बढ़ावा मिला है, लेकिन झारखंड में गठबंधन सरकार ऐसी ताकतों को कभी सिर उठाने नहीं देगी।
कुल मिलाकर कांग्रेस ने स्पष्ट कर दिया है कि वह हूल दिवस जैसे ऐतिहासिक अवसर को राजनीतिक विवाद में बदलने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं करेगी और राज्य की शांति एवं कानून व्यवस्था से कोई समझौता नहीं होगा।