बी.एड. और यूजी पाठ्यक्रम में विसंगतियों को लेकर छात्रों ने सौंपा ज्ञापन, विशेष परीक्षा की मांग, नहीं तो आंदोलन की चेतावनी

चाईबासा: कोल्हान विश्वविद्यालय के बी.एड. मेथड पेपर और यूजी जनरिक पेपर कार्यक्रम में लंबे समय से जारी पाठ्यक्रम संबंधी विसंगतियों को लेकर छात्र प्रतिनिधियों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से तीव्र कार्रवाई की मांग की है। इस संबंध में एक प्रतिनिधिमंडल ने परीक्षा नियंत्रक डॉ. अजय चौधरी को ज्ञापन सौंपा और छात्रों की शैक्षणिक समस्याओं का समाधान नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी।
छात्रों ने ज्ञापन में बताया कि वर्ष 2015 से बी.एड. कार्यक्रम में केवल एक मेथड पेपर की पढ़ाई कराई जा रही है, जबकि एनसीटीई के नियमानुसार दो मेथड पेपर अनिवार्य हैं। यह गंभीर विसंगति छात्रों की शैक्षणिक योग्यता और भविष्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रही है। छात्रों ने 2015 से अब तक के पास आउट छात्रों के लिए स्पेशल परीक्षा आयोजित करने की मांग की है।
इसी तरह, यूजी जनरिक पेपर (GE) में भी 2017 से केवल एक पेपर की पढ़ाई हो रही है, जबकि पाठ्यक्रम में दो पेपर शामिल हैं। छात्रों ने अन्य विश्वविद्यालयों की तर्ज पर कोल्हान विश्वविद्यालय से भी GE के लिए स्पेशल परीक्षा की मांग की है, ताकि उन्हें सही डिग्री मिल सके।
साथ ही छात्रों ने बी.एड. 2023-25 सत्र शीघ्र प्रारंभ कराने की मांग की है, क्योंकि माध्यमिक आचार्य के 1373 पदों के लिए फॉर्म भरने की प्रक्रिया जारी है और विलंब होने से छात्र वंचित हो सकते हैं।
छात्र नेता मंजित हासदा और झारखंड छात्र मोर्चा के जिला अध्यक्ष सनातन पिंगुआ ने कहा कि समस्याएं वर्षों से लंबित हैं और विश्वविद्यालय प्रशासन केवल आश्वासन देकर टालमटोल कर रहा है। यदि शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो तालाबंदी और जोरदार आंदोलन किया जाएगा।
इस अवसर पर किशोर पोद्दार, गिलमान अनवर, विनोद कुमार, बीरेंद्र प्रधान, शिवम, जतिन समेत कई छात्र उपस्थित थे।