रामगढ़ के कुजू में अवैध खनन ने ली चार मजदूरों की जान, तीन गंभीर घायल

न्यूज़ लहर संवाददाता
रामगढ़।रामगढ़ जिले के कुजू ओपी क्षेत्र अंतर्गत सीसीएल करमा परियोजना के खुले खदान में शनिवार सुबह दर्दनाक हादसा हुआ। अवैध कोयला खनन के दौरान चाल धंसने से चार मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतकों की पहचान निर्मल मुंडा (42), वकील करमाली (55), इम्तियाज खान उर्फ लालू खान (38) और रामेश्वर मांझी (35) के रूप में हुई है। घायलों में रोजिदा खातून (35), सरिता देवी (40) और अरुण मांझी (22) शामिल हैं, जिनका इलाज स्थानीय अस्पताल में चल रहा है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, जिस खदान को सीसीएल प्रबंधन द्वारा हाल ही में बंद कर दिया गया था, वहां माफिया के संरक्षण में अवैध खनन का सिलसिला लगातार जारी था। शनिवार सुबह मजदूर रोज की तरह खदान में उतरे थे कि अचानक चाल धंस गई और वे मलबे में दब गए। हादसे के बाद इलाके में अफरातफरी मच गई। ग्रामीणों और परिजनों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मुआवजे और दोषियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के केन्द्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक प्रत्याशी विजय शंकर नायक ने इसे साधारण दुर्घटना नहीं, बल्कि सरकार की लापरवाही और माफिया के संरक्षण में फल-फूल रहे अवैध खनन का खूनी परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि राज्य में अवैध खनन का काला कारोबार पुलिस-प्रशासन और नेताओं के संरक्षण में बेरोकटोक चल रहा है, जिसके कारण गरीब, दलित, आदिवासी और मूलवासी अपनी जान गंवा रहे हैं। नायक ने हेमंत सोरेन सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि जब राज्य का नेतृत्व ही भ्रष्टाचार में डूबा हो, तो गरीबों की जान की कीमत क्या रह जाती है।
विजय शंकर नायक ने हादसे की उच्चस्तरीय जांच, दोषी अधिकारियों और नेताओं पर कड़ी कार्रवाई, मृतकों के परिजनों को 50 लाख रुपये मुआवजा, घायलों को मुफ्त इलाज और 5 लाख रुपये मुआवजा तथा पूरे अवैध खनन नेटवर्क की सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी कि झारखंड की जनता अब अवैध खनन से हो रही मौतों को बर्दाश्त नहीं करेगी और आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करेगा।
प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन इलाके में आक्रोश व्याप्त है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक अवैध खनन पर रोक नहीं लगेगी और दोषियों को सजा नहीं मिलेगी, तब तक ऐसे हादसे रुकने वाले नहीं हैं।