बालीगुमा की महिलाओं ने उठाई आवाज, डीसी से गांव में शराबबंदी की मांग

न्यूज़ लहर संवाददाता
जमशेदपुर। एमजीएम थाना क्षेत्र के बालीगुमा गांव में शराब बिक्री के खिलाफ लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। मंगलवार को ग्रामसभा के फैसले के बाद गांव की महिलाएं बड़ी संख्या में घरों से निकलीं और उपायुक्त कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। उन्होंने डीसी से गांव में पूर्ण शराबबंदी लागू कराने की मांग की। डीसी ने इस दिशा में ठोस पहल का आश्वासन दिया है।
बालिगुमा डाहेर टोला और धोरा बस्ती में आयोजित ग्रामसभा की अध्यक्षता रंजीत धोरा ने की। ग्रामसभा में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि गांव में शराब बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। ग्रामीणों ने शराब के दुष्प्रभावों पर चिंता व्यक्त करते हुए गांव की शांति, सुरक्षा और सामाजिक सुधार के लिए एकजुट होकर कदम उठाने का संकल्प लिया।
गांववालों ने बताया कि गांव में कुल सात महुआ शराब की दुकानें संचालित हो रही थीं। इनमें से चार विक्रेताओं ने ग्रामसभा के फैसले का सम्मान करते हुए अपनी दुकानें बंद कर दी हैं। हालांकि, तीन विक्रेता – संजय धोरा उर्फ कान्हू धोरा, खुखी धोरा एवं पूर्णिमा खुटिया, और विष्णु धोरा उर्फ हाब्लू धोरा – अब भी शराब बिक्री जारी रखे हुए हैं। इससे गांव का सामाजिक वातावरण बिगड़ रहा है।
ग्रामसभा के प्रतिनिधियों ने डीसी से अनुरोध किया कि सामूहिक निर्णय का सम्मान करते हुए प्रशासन अवैध शराब विक्रेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे, ताकि गांव में स्थायी शांति, सामाजिक सुधार और महिलाओं-बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
इस मौके पर गुलू धोरा, जोनो धोरा, जुष्णा भिबार, चुमकी धोरा, चमत्कार धोरा, सुबिता धोरा, कमला धोरा, सोमबारी धिबार, सबिता धोरा, रोमी नाथ, कार्तिक धोरा, लोखिम नाथ, दीपक धोरा, लाधेन धोरा, छोटू नाथ, अनिल धोरा, दीपक रंजीत, रखाल सोरेन, चमन सिंह, सोनू सिंह समेत कई लोग उपस्थित थे।