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NH-75E रिंग रोड योजना के खिलाफ उबाल, 16 राजस्व मौजा के रैयतों ने बुलाई असहमति आमसभा

 

चाईबासा: एनएच-75ई रिंग रोड परियोजना को लेकर पश्चिमी सिंहभूम जिले के ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को सदर और खुंटपानी अंचल के अंतर्गत आने वाले 16 राजस्व मौजा में ग्राम सभाओं का आयोजन किया गया, जिसमें रैयतों ने केंद्र सरकार और प्रशासन की इस योजना के प्रति नाराज़गी जताई और विरोध का स्वर बुलंद किया।

आज आयोजित बैठकों में मौजा तोलगोएसाई के मुंडा मधु पुरती, टोंटो के सुरेन्द्र बानरा, बाईतुईबीर के ननु बानरा, डोंकाहातु के गुरूचरण देवगम, बाईहातु के विश्वजीत पुरती, सिंहपोखरिया के दीपू सिंह सावैयां और खुंटपानी अंचल के पुटिदा के मुंडा मानसिंह पुरती समेत अन्य मौजों के ग्रामीण मुंडाओं ने अपने-अपने क्षेत्र में ग्राम सभाएं बुलाईं।

ग्राम सभाओं में ग्रामीण रैयतों ने एक सुर में कहा कि वे पीढ़ियों से अपने निजी जमीनों पर खेती कर जीवन यापन करते आ रहे हैं और आज भी कृषि पर ही आश्रित हैं। लेकिन रिंग रोड परियोजना के तहत इन मौजों की जमीनों का अधिग्रहण प्रस्तावित है, जिससे उनका अस्तित्व और आजीविका संकट में पड़ जाएगा।

रैयतों ने निर्णय लिया है कि आगामी 10 जुलाई (गुरुवार) को ग्राम करला जोड़ी, मिशनरी ऑफ चैरिटी के बगल मैदान में एक असहमति आमसभा आयोजित की जाएगी। इसमें सभी प्रभावित गांवों के किसान, रैयत और ग्राम प्रतिनिधि भाग लेंगे और इस परियोजना के खिलाफ अपनी एकजुटता दिखाएंगे।

ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें इस योजना की कोई पूर्व जानकारी नहीं दी गई और न ही सहमति ली गई है। अब बिना ग्रामसभा की सहमति के जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू करना संविधान की पांचवीं अनुसूची और आदिवासी अधिकारों का सीधा उल्लंघन है।

असहमति सभा को लेकर तैयारियां तेज कर दी गई हैं, और बड़ी संख्या में ग्रामीणों के जुटने की संभावना है। यह मामला अब जिले की राजनीति और प्रशासनिक व्यवस्था के लिए एक बड़ी चुनौती बनता जा रहा है।

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