सरकारी नीतियों के खिलाफ एलआईसी चाईबासा में एक दिवसीय हड़ताल, सभी कामकाज ठप विदेशी निवेश, निजीकरण और GST के खिलाफ इंश्योरेंस कर्मचारियों का संयुक्त विरोध

चाईबासा: आज चाईबासा में भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की शाखा में ऑल इंडिया इंश्योरेंस एम्पलाइज एसोसिएशन और जमशेदपुर डिवीजन इंश्योरेंस एम्पलाइज संगठन के संयुक्त आह्वान पर एक दिवसीय हड़ताल का आयोजन किया गया। यह हड़ताल केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के राष्ट्रव्यापी आंदोलन के समर्थन में की गई, जिसमें देशभर में बीमा कर्मचारियों ने भाग लिया।
हड़ताल के कारण चाईबासा एलआईसी शाखा में सभी कामकाज पूरी तरह से ठप रहा। कर्मचारी परिसर के बाहर एकजुट होकर सरकार की मजदूर विरोधी और निजीकरण समर्थक नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन करते नजर आए।
इन प्रमुख मांगों को लेकर की गई हड़ताल:
बीमा क्षेत्र में 100% प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) के विरोध में
सरकारी नियामकों के निजीकरण के खिलाफ
जीवन और स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर जीएसटी हटाने की मांग
एलआईसी और पब्लिक सेक्टर जनरल इंश्योरेंस (PSGI) कंपनियों को मजबूत करने की मांग
प्रदर्शनकारी कर्मचारियों का कहना था कि सरकार की नीतियां न सिर्फ सरकारी संस्थानों को कमजोर कर रही हैं, बल्कि इससे सामान्य नागरिकों के हित भी प्रभावित हो रहे हैं। बीमा जैसे सामाजिक सुरक्षा से जुड़े क्षेत्र में निजीकरण और विदेशी निवेश से लाभ की जगह नुकसान अधिक होगा।
हड़ताल में ये प्रमुख लोग रहे शामिल:
कामरेड दुर्योधन दास
सुदीप सिन्हा, सौरभ हेंब्रम, अमरचंद द्वार सिंह
जगबंधु बारी, लकी शुक्ला, प्रीतम लाल अग्रवाल, जवाहरलाल बांकिरा
साथ ही कई अन्य बीमा कर्मचारी और पदाधिकारी भी उपस्थित थे जिन्होंने सरकार से जनहित में नीतियों पर पुनर्विचार करने की अपील की।
कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि यदि सरकार की नीतियों में बदलाव नहीं लाया गया तो भविष्य में और बड़े पैमाने पर आंदोलन किए जाएंगे।