छात्र आंदोलन की ऐतिहासिक जीत: राज्य सरकार ने मानी मांग, अंगीभूत कॉलेजों में फिर शुरू होगी 12वीं की पढ़ाई

चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिले के छात्रों द्वारा लंबे समय से चलाया जा रहा आंदोलन आखिरकार रंग लाया है। झारखंड सरकार ने राज्य के सभी अंगीभूत महाविद्यालयों (कॉलेजों) में इंटरमीडिएट (12वीं) की पढ़ाई पुनः शुरू करने का फैसला ले लिया है। इस महत्वपूर्ण निर्णय को छात्र आंदोलन की बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है।
इस संबंध में AIDSO (ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन) पश्चिमी सिंहभूम के जिला सचिव सत्येन महतो ने शनिवार को प्रेस वक्तव्य जारी कर इसे “छात्र समुदाय की ऐतिहासिक विजय” बताया। उन्होंने कहा कि यह जीत सामूहिक संघर्ष, अडिग संकल्प और छात्र एकता की ताकत का परिणाम है।
सत्येन महतो ने इंटरमीडिएट बचाओ संघर्ष समिति, संघर्षरत छात्र-छात्राओं, छात्र प्रतिनिधियों, शिक्षक-अभिभावकों और अन्य छात्र संगठनों को बधाई और आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि यह निर्णय न केवल शिक्षा के अधिकार को सुनिश्चित करता है, बल्कि गुणवत्तापूर्ण और सुलभ शिक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर भी है।
गौरतलब है कि राज्य सरकार द्वारा अंगीभूत कॉलेजों से इंटरमीडिएट की पढ़ाई बंद किए जाने के खिलाफ लंबे समय से विरोध प्रदर्शन चल रहा था। छात्रों का कहना था कि यह फैसला ग्रामीण और आर्थिक रूप से कमजोर तबके के विद्यार्थियों की उच्च शिक्षा में बाधा उत्पन्न कर रहा था।
AIDSO की ओर से जारी बयान में इसे जनशक्ति की जीत करार दिया गया और कहा गया कि छात्र आंदोलन ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि संगठित संघर्ष से बड़े से बड़े फैसले को बदला जा सकता है।