उरांव समाज संघ की बैठक में स्थापना दिवस कार्यक्रम की समीक्षा, करमा महोत्सव की तैयारियों पर चर्चा*

चाईबासा: आदिवासी उरांव समाज संघ, चाईबासा की एक महत्वपूर्ण बैठक रविवार को पुलहातु समुदाय भवन में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता सर्वसम्मति से संचू तिर्की ने की। बैठक का मुख्य उद्देश्य 30 जून को पिल्लई टाउन हॉल में आयोजित स्थापना दिवस समारोह की समीक्षा करना था।
अध्यक्ष संचू तिर्की एवं मुख्य सलाहकार सहदेव किस्पोट्टा ने कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए कहा कि कुछ अल्प त्रुटियों के बावजूद समस्त आयोजन बेहद आकर्षक और व्यवस्थित ढंग से संपन्न हुआ। उन्होंने समाज के सभी वर्गों का आभार व्यक्त करते हुए विशेष रूप से उन आर्थिक सहयोगकर्ताओं का धन्यवाद दिया, जिन्होंने आयोजन को सफल बनाने में सहयोग किया। साथ ही उन सदस्यों का भी आभार प्रकट किया गया, जो नियमित रूप से मासिक आर्थिक सहयोग करते आ रहे हैं।
बैठक के दौरान उपसचिव लालू कुजूर ने जानकारी दी कि स्थापना दिवस के अवसर पर उरांव समाज रक्तदान समूह के रक्तदाताओं को सम्मानित किया जाना था, किंतु कुछ अपरिहार्य कारणों के चलते यह संभव नहीं हो सका। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि आगामी किसी कार्यक्रम में इन्हें सम्मानित करने के लिए मंच प्रदान किया जाएगा।
बैठक में आगामी करमा त्योहार को लेकर ‘करमा पूर्व सांस्कृतिक संध्या’ कार्यक्रम पर भी चर्चा हुई। यह कार्यक्रम प्रत्येक तीन वर्ष में एक बार आयोजित किया जाता है। प्रस्तावित तिथि 24 अगस्त 2025 तय की गई है, जबकि कार्यक्रम स्थल को लेकर अभी विचार-विमर्श जारी है। इस अवसर पर जमशेदपुर, चक्रधरपुर तथा आसपास के गांवों से सांस्कृतिक दलों के शामिल होने की संभावना है।
बैठक के अंत में कोषाध्यक्ष लक्ष्मण बरहा ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।
बैठक को सफल बनाने में बाबूलाल बरहा, लालू कुजूर, दुर्गा खलखो, दिलीप बरहा, महावीर बरहा, दुर्गा कुजूर, बाबूलाल कुजूर, सुमित बरहा, संजय नीमा, पन्नालाल कच्छप, वीरेंद्र उरांव, रोहित खलखो, शंभू टोप्पो, मथूरा कोया, तेजो कच्छप, बिष्णु मिंज, भरत कुजूर, धीरजलाल बरहा, इशू टोप्पो, कमल कोया, राजन कुजूर, लक्ष्मी बरहा, सावित्री कच्छप, किरण नुनिया, ननकी लकड़ा, मालती लकड़ा समेत अनेक सदस्य उपस्थित रहे।