दलमा शिव मंदिर में शुल्क वसूली पर एनसीपी युवा मोर्चा का विरोध, मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर वापस लेने की मांग

न्यूज़ लहर संवाददाता
जमशेदपुर। मंगलवार को एनसीपी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव सह प्रवक्ता डॉ. पवन पांडेय ने झारखंड के माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर दलमा के प्राचीन शिव मंदिर में श्रद्धालुओं से शुल्क वसूली के निर्णय को अविलंब वापस लेने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सावन माह में झारखंड सहित बंगाल, उड़ीसा और अन्य सटे राज्यों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने दलमा मंदिर पहुंचते हैं। यह मंदिर हिंदू समाज की आस्था का प्रमुख केंद्र है।
डॉ. पांडेय ने आरोप लगाया कि जमशेदपुर के वन विभाग ने अब पैदल आने वाले भक्तों से 5 रुपये, दोपहिया वाहनों से 50 रुपये और चारपहिया वाहनों से 150 रुपये शुल्क लेने का फरमान जारी किया है। उन्होंने इस निर्णय को हिंदू आस्था को ठेस पहुंचाने वाला कदम बताया। उनके अनुसार, “हिंदुस्तान की धरती पर बार-बार किसी न किसी रूप में हिंदू पूजा-पाठ में बाधा उत्पन्न करने का प्रयास किया जाता है। दुख की बात यह है कि इस प्रकार की हरकतें अन्य धर्मों के आयोजनों में नहीं होतीं, यह भेदभाव हिंदू समाज के साथ ही देखने को मिलता है।”
उन्होंने कहा कि एक ओर राज्य सरकार देवघर बाबा नगरी में श्रावण मास के दौरान देश-विदेश से आए शिवभक्तों के लिए विशेष सुविधाओं का आयोजन कर रही है, ताकि उन्हें कोई कठिनाई न हो, वहीं दूसरी ओर दलमा जैसे पवित्र स्थल पर वन विभाग का यह निर्णय सरकार की छवि पर नकारात्मक प्रभाव डालेगा।
डॉ. पांडेय ने पत्र में लिखा है कि सरकार को सर्वधर्म समभाव की भावना का सम्मान करना चाहिए और इस प्रकार के निर्णयों से बचना चाहिए। उन्होंने चेताया कि विभाग की ऐसी कार्यशैली से हिंदू समाज में रोष व्याप्त है। अंत में उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि तत्काल प्रभाव से इस अविवेकपूर्ण निर्णय को वापस लिया जाए, ताकि समाज में आपसी सद्भाव, विश्वास और भाईचारे को बढ़ावा मिल सके।