माँ काली और शीतला मंदिर में चोर को मिला चमत्कारी दंड, मूर्ति के सामने बेहोश होकर गिर पड़ा

न्यूज़ लहर संवाददाता
बड़ाजामदा । पश्चिम सिंहभूम जिला के बड़ाजामदा में मंगलवार की अहले सुबह एक चमत्कारिक घटना घटी जिसने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। टंकीसाई निवासी वीर नायक, पिता विजय नायक, नशे की हालत में बड़ाजामदा स्थित माँ काली और शीतला मंदिर में चोरी करने घुसा। बताया जाता है कि उसने मंदिर का ताला तोड़कर दानपेटी से पैसे निकाले और माँ शीतला की प्रतिमा पर चढ़े सोने-चांदी के आभूषण भी उतार लिए। लेकिन जैसे ही वह चोरी कर बाहर निकलने की कोशिश करने लगा, तभी नशे और नींद की गोली टी-10 के असर से उसकी हालत बिगड़ गई और वह मूर्ति के सामने ही बेहोश होकर गिर पड़ा।
सुबह जब स्थानीय लोग पूजा के लिए मंदिर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि मंदिर का दरवाजा टूटा हुआ है। अंदर जाने पर माँ शीतला की प्रतिमा के सामने वही युवक अचेत अवस्था में पड़ा था। यह दृश्य देख लोग हैरान रह गए। घटना की सूचना समाजसेवी मदन गुप्ता को दी गई, जो सुबह चार बजे मंदिर पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले मंदिर का दरवाजा बंद कर दिया ताकि और कोई अंदर न जा सके। इसके बाद बड़ाजामदा ओपी प्रभारी बालेश्वर ऊरांव को सूचना दी गई।
पुलिस टीम के साथ थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और पूरी घटना की वीडियोग्राफी कराई। मंदिर का दरवाजा खोलकर देखा गया तो चोर अब भी मूर्ति के सामने गहरी नींद में सोया हुआ था। काफी प्रयास के बाद उसे होश में लाया गया और उसकी जेब की तलाशी ली गई। तलाशी में मंदिर के दानपेटी से निकाले गए पैसे, सोने-चांदी के आभूषण और नींद की गोली टी-10 बरामद हुई। थाना प्रभारी बालेश्वर ऊरांव ने बताया कि रात ढाई बजे तक पेट्रोलिंग के बाद यह घटना घटी। चोर ने तीन-चार नींद की गोलियां खाकर मंदिर में चोरी की कोशिश की, लेकिन गोली का असर इतना तेज था कि वह भागने की बजाय मूर्ति के सामने ही गिर पड़ा। पुलिस ने उसके खिलाफ चोरी, मंदिर संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और नशे की हालत में सार्वजनिक स्थान पर अपराध करने का मामला दर्ज कर उसे जेल भेजने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
इस घटना के बाद पूरे बड़ाजामदा क्षेत्र में इसे माँ काली और शीतला माँ का चमत्कार माना जा रहा है। लोगों का कहना है कि माँ ने अपनी संपत्ति की रक्षा खुद की और चोर को बाहर जाने ही नहीं दिया। श्रद्धालु इसे ईश्वर का न्याय मान रहे हैं। समाजसेवी मदन गुप्ता का कहना है कि यह कोई सामान्य घटना नहीं, बल्कि माँ की शक्ति का प्रमाण है। अनिल सिंह का कहना है कि चोर कितना भी चालाक हो, माँ की मर्जी के बिना कुछ नहीं कर सकता। वहीं श्रीराम सिंह कहते हैं कि उन्होंने पहली बार ऐसा चमत्कार देखा जब चोर खुद मूर्ति के सामने फंसा रह गया।