Regional

आराअंगा में मैट्रिक पास विद्यार्थियों का सम्मान, हो राइटर्स एसोसिएशन ने दिया करियर का मार्गदर्शन

 

चक्रधरपुर: प्राथमिक विद्यालय, आराअंगा, सुरबुड़ा में आज हो राइटर्स एसोसिएशन की ओर से मैट्रिक उत्तीर्ण विद्यार्थियों के सम्मान में शनिवार को प्रेरणात्मक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर न केवल विद्यार्थियों को कैरियर संबंधी सुझाव दिए गए, बल्कि कलम, कॉपी, चना, गुड़ और चॉकलेट भी वितरित किए गए।

कार्यक्रम की शुरुआत आदिवासी समाज के महानायक जयपाल सिंह मुंडा और ओत गुरु कोल लको बोदरा के चित्रों पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। इस आयोजन ने शिक्षा, संस्कृति और मूल्यों का अनोखा संगम प्रस्तुत किया।

ग्राम आराअंगा के समाजसेवी संजीत बंकिरा को एसोसिएशन के संगठन सचिव सिकंदर बुड़ीउली द्वारा महुआ का पौधा भेंट कर सम्मानित किया गया। यह पौधा असुरा, झींकपानी स्थित विद्यालय की नर्सरी से लाया गया था, जो प्रकृति और संस्कृति के प्रति सम्मान का प्रतीक था।

कार्यक्रम में नवोदित लेखक एवं रक्तदाता रविंद्र गिलुवा ने विद्यार्थियों को आईटीआई, पॉलिटेक्निक, पैरामेडिकल और अन्य व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया की जानकारी दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की दिशा में मार्गदर्शन किया।

वहीं एस्पायर संस्था से जुड़े अनुभवी शिक्षा सारथी मंगल सिंह बोदरा ने विद्यार्थियों को अनुशासन, लक्ष्य निर्धारण और नशा-मुक्त जीवन की ओर प्रेरित किया। उन्होंने अत्यधिक मोबाइल उपयोग के दुष्परिणामों से भी आगाह किया।

विद्यालय संचालन समिति की अध्यक्ष श्रीमती सुनीता केराई ने बच्चों को नियमित रूप से विद्यालय आने और शिक्षा के प्रति गंभीरता बनाए रखने की सलाह दी।

कार्यक्रम में हो राइटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष जवाहरलाल बंकिरा ने लोकगीत प्रस्तुत कर श्रोताओं को आनंदित किया। उन्होंने भाषा, विज्ञान, तर्क और आधुनिक शिक्षा के महत्व पर भी प्रकाश डाला।

कार्यक्रम के सूत्रधार एवं विद्यालय संचालन समिति के पूर्व अध्यक्ष संजीत बंकिरा ने अपने संबोधन में कहा
कि बच्चों को अपने शिक्षक अपने अभिभावक गानों की बातों को सुनते हुए अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर रहना चाहिए ताकि अपना राज्य अपना देश और अपने समाज का विकास हो।
इस अवसर पर प्राथमिक विद्यालय, आराअंगा के नन्हे-मुन्ने मैट्रिक पास छात्र-छात्राएं और बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का माहौल प्रेरणादायक और सकारात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण रहा।

Related Posts