Regional

बागबेड़ा जलापूर्ति योजनाओं का काम ठप, आठ साल से प्यासे लोग

 

जमशेदपुर।बागबेड़ा और आसपास के 21 पंचायतों के 113 गांवों तथा रेलवे क्षेत्र की 33 बस्तियों के करीब 2.25 लाख लोग आठ वर्षों से जलापूर्ति योजनाओं के अधूरे कार्यों के कारण पानी की बूंद-बूंद को तरस रहे हैं। बागबेड़ा महानगर विकास समिति के अध्यक्ष सुबोध झा के नेतृत्व में शनिवार को समिति के सदस्यों ने दो दिन बागबेड़ा ग्रामीण जलापूर्ति योजना और हाउसिंग कॉलोनी जलापूर्ति योजना के फिल्टर प्लांट सहित कई स्थलों का निरीक्षण किया।

निरीक्षण में आदित्यपुर मोड़ स्थित फिल्टर प्लांट पर कोई कार्य नहीं हो रहा था। ठेकेदार बसंत सिंह ने बताया कि मोटर का अप्रूवल मिल चुका है और डेढ़ से दो माह में काम पूरा कर लिया जाएगा। गिद्धी झोपड़ी फिल्टर प्लांट, बड़ौदा घाट पाया निर्माण, राधास्वामी सत्संग के पास पाया निर्माण और आदित्यपुर रेलवे ट्रैक के नीचे 365 मीटर पाइपलाइन पार करने का कार्य भी बंद पड़ा है। मजदूरों ने बताया कि बारिश से पाइपलाइन में पानी भर गया है, जिसे पंप से निकालने के बाद भी 18-20 मीटर का कार्य बाकी है और इसमें 2-3 माह और लग सकते हैं।

सुबोध झा ने कहा कि डीसी कार्यालय की बैठक में अधिकारियों ने 10 करोड़ रुपये उपलब्ध होने और तेजी से कार्य होने की बात कही थी, लेकिन सच्चाई इसके विपरीत है। उन्होंने आरोप लगाया कि 237 करोड़ और 50.58 करोड़ रुपये की योजना के बावजूद कार्य अधूरा छोड़कर जनता के पैसों का दुरुपयोग किया जा रहा है। निरीक्षण में समिति के संयोजक विनोद राम, महिला मोर्चा अध्यक्ष रितु सिंह, पवित्रा पांडे, दीपक दागी, मनोज सिंह समेत कई सदस्य उपस्थित थे।

Related Posts