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जमशेदपुर में पॉक्सो एक्ट के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित

न्यूज़ लहर संवाददाता
जमशेदपुर : बच्चों के खिलाफ यौन अपराधों की रोकथाम और न्यायिक प्रक्रियाओं को मजबूत करने के उद्देश्य से जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डीएलएसए) जमशेदपुर की ओर से रविवार को लोक अदालत हॉल में जिला स्तरीय बहु-हितधारक परामर्श कार्यशाला (मल्टी स्टेकहोल्डर कंसल्टेशन) का आयोजन किया गया। कार्यशाला का विषय पॉक्सो एक्ट 2012 के प्रभावी क्रियान्वयन पर केंद्रित था। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अरविंद कुमार पांडेय ने दीप प्रज्वलित कर किया।

इस अवसर पर कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश अजीत कुमार सिंह, ग्रामीण एसपी ऋषभ गर्ग, झारखंड स्टेट बार काउंसिल के वाइस चेयरमैन राजेश कुमार शुक्ला, जिला बार संघ के अध्यक्ष आरएन दास, सचिव कुमार राजेश रंजन, सभी न्यायिक अधिकारी और डीएलएसए सचिव धर्मेन्द्र कुमार समेत कई गणमान्य अतिथि उपस्थित थे। स्वागत भाषण डीएलएसए सचिव धर्मेन्द्र कुमार ने दिया।

मुख्य अतिथि न्यायाधीश अरविंद कुमार पांडेय ने कहा कि जरूरतमंद लोग डीएलएसए के माध्यम से अपनी समस्याओं का शीघ्र समाधान पा सकते हैं। उन्होंने जांच अधिकारियों को सलाह दी कि वे जांच के दौरान अत्यंत सावधानी बरतें ताकि अपराधियों को सजा दिलाई जा सके और पीड़ितों को न्याय मिल सके।

स्टेट बार काउंसिल के वाइस चेयरमैन राजेश शुक्ला ने कहा कि डीएलएसए कमजोर और वंचित वर्ग को उनके अधिकार दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। लोक अदालतों के माध्यम से हजारों लोगों को त्वरित और सस्ता न्याय मिल रहा है। ग्रामीण एसपी ऋषभ गर्ग ने डीएलएसए के ‘न्याय तक पहुंच’ के दृष्टिकोण को रेखांकित किया।

कार्यशाला को दो सत्रों में आयोजित किया गया। प्रथम सत्र में सीजेएम विशाल गौरव, मध्यस्थ अधिवक्ता केके सिन्हा और मुख्य एलएडीसी बिदेश सिन्हा ने पॉक्सो एक्ट, किशोर न्याय बोर्ड, बाल कल्याण समिति और बच्चों एवं महिलाओं से संबंधित अन्य धाराओं पर विस्तृत जानकारी दी। दूसरे सत्र में डीएलएसए के कार्यों और उद्देश्यों के बारे में बताया गया। धन्यवाद ज्ञापन सहायक एलएडीसी योगिता कुमारी ने दिया।

सेमिनार में न्यायिक पदाधिकारियों के अलावा डॉक्टर्स, बाल कल्याण समिति के सदस्य, थाना अधिकारी, पैनल लॉयर्स और पीएलवी मुख्य रूप से शामिल थे।

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