जमशेदपुर बार एसोसिएशन में शोक की लहर, दो वरिष्ठ अधिवक्ताओं का निधन
न्यूज़ लहर संवाददाता
जमशेदपुर।शहर के विधि जगत के लिए रविवार का दिन अत्यंत दुखद रहा जब दो वरिष्ठ अधिवक्ताओं के आकस्मिक निधन की खबर से जिला बार एसोसिएशन में शोक की लहर दौड़ गई। सोमवार को दोनों के पार्थिव शरीर को कोर्ट परिसर लाया गया जहां न्यायिक अधिकारियों और अधिवक्ताओं ने अंतिम दर्शन कर नम आंखों से विदाई दी।
सोमवार को जमशेदपुर जिला बार एसोसिएशन परिसर में शोक का माहौल रहा। दो वरिष्ठ अधिवक्ताओं – अनिल कुमार जैन और 64 वर्षीय अधिवक्ता युधिष्ठिर महतो के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए परिसर में लाया गया। इस दौरान प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अरविंद कुमार पांडे, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी विशाल गौरव, मुख्य दंडाधिकारी अभिषेक प्रसाद, रजिस्ट्रार सिद्धांत तिग्गा समेत एसोसिएशन के अध्यक्ष आर.एन. दास, महासचिव कुमार राजेश रंजन और बड़ी संख्या में अधिवक्ता उपस्थित थे। सभी ने फूलमाला अर्पित कर और पुष्प चढ़ाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
67 वर्षीय अनिल कुमार जैन साकची आमबागान स्थित एलिसन अपार्टमेंट में रहते थे। एक सप्ताह पूर्व लकवा मार जाने के बाद उनका इलाज टाटा मेन हॉस्पिटल (TMH) में कराया गया था। इलाज के बाद वे घर लौट आए थे, पर रविवार को उनकी तबियत फिर बिगड़ने पर परिजन उन्हें कोलकाता ले जा रहे थे। इसी दौरान रास्ते में ब्रेन हेमरेज से उनकी मृत्यु हो गई। बार एसोसिएशन अध्यक्ष आर.एन. दास ने कहा कि अनिल जैन ने टाइपिस्ट से अपने करियर की शुरुआत की और 1992 से अधिवक्ता के रूप में प्रैक्टिस कर रहे थे। वे अपनी कुशलता, सज्जनता और मृदुभाषिता के लिए जाने जाते थे तथा गरीबों की सशक्त आवाज थे।
वहीं, 64 वर्षीय अधिवक्ता युधिस्ठिर महतो परसुडीह नामोटोला के रहने वाले थे, जिनका पैतृक निवास हाता में है। वे 1991 से प्रैक्टिस में थे और अपने कार्यकाल में एक बार चुनाव कमिश्नर तथा लोक अभियोजक भी रहे। रविवार अहले सुबह उन्हें हार्ट अटैक आया। परिजन उन्हें तत्काल टाटा मोटर्स अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
दोनों अधिवक्ताओं के निधन पर एसोसिएशन में गहरा शोक व्यक्त किया गया। अधिवक्ताओं ने कहा कि दोनों ही न सिर्फ सफल अधिवक्ता थे बल्कि नेकदिल, मृदुभाषी और समाज के प्रति समर्पित व्यक्तित्व थे। उनकी क्षति की पूर्ति संभव नहीं है। बार एसोसिएशन के पटल पर वे हमेशा जीवित रहेंगे।