जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक संपन्न, जल जीवन मिशन और स्वच्छ भारत मिशन की प्रगति की समीक्षा*
चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला समाहरणालय स्थित सभागार में सोमवार को जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता जिला दंडाधिकारी-सह-उपायुक्त चंदन कुमार ने की। इस दौरान स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) एवं जल जीवन मिशन के तहत किए जा रहे कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गई।
बैठक की शुरुआत में विगत बैठक में दिए गए निर्देशों पर हुई कार्रवाई की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। उपायुक्त ने पूर्व में निर्मित ग्रामीण जलापूर्ति योजनाओं के मरम्मत एवं रखरखाव के लिए आवश्यक प्राक्कलन शीघ्र उपलब्ध कराने का निर्देश संबंधित प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को दिया। साथ ही उन्होंने संबंधित ग्राम जल एवं स्वच्छता समितियों के साथ समन्वय स्थापित कर, तदर्थ समितियों को मरम्मत और रखरखाव की जिम्मेदारी देने के निर्देश भी दिए।
जल जीवन मिशन के तहत क्रियान्वित योजनाओं की समीक्षा के दौरान उपायुक्त ने लंबित योजनाओं को शीघ्र पूर्ण कराने का निर्देश दिया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि अगली बैठक में संबंधित संवेदक (कॉन्ट्रैक्टर) और कार्यकारी एजेंसियों की उपस्थिति अनिवार्य होगी। साथ ही सभी विभागीय पदाधिकारियों को आपसी समन्वय स्थापित कर योजनाओं को समयबद्ध ढंग से पूर्ण करने का निर्देश दिया गया।
स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण-2025 के सफल आयोजन को लेकर भी बैठक में विशेष चर्चा हुई। उपायुक्त ने जन जागरूकता अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने और विभागों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित कर सर्वेक्षण में जिले की भागीदारी को उत्कृष्ट बनाने पर बल दिया। उन्होंने यह भी कहा कि स्वच्छता के लक्ष्य को समय पर प्राप्त करने के लिए सभी विभागों को संयुक्त रूप से कार्य करना होगा।
बैठक में कार्यपालक अभियंता (पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल – चक्रधरपुर), सहायक अभियंता, कनीय अभियंता, जिला समन्वयक (स्वच्छ भारत मिशन/जल जीवन मिशन) सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक का मुख्य उद्देश्य जिले में पेयजल एवं स्वच्छता से जुड़ी योजनाओं के क्रियान्वयन को गति देना और इन कार्यक्रमों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में आधारभूत सुविधाओं को सशक्त बनाना रहा।