ओबीसी और बीसी-01 वर्ग के अभ्यर्थियों को अतिथि शिक्षक भर्ती में शामिल करने की मांग

चाईबासा: जिले के विभिन्न प्रखंडों में संचालित एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति के लिए जारी आवेदन सूचना को लेकर ओबीसी और बीसी-01 वर्ग के अभ्यर्थियों ने असंतोष व्यक्त किया है। इस संबंध में उपायुक्त, पश्चिम सिंहभूम चाईबासा को एक मांग पत्र सौंपा गया है, जिसमें इन वर्गों के योग्य अभ्यर्थियों को भी अवसर प्रदान किए जाने की मांग की गई है।
मांग पत्र में कहा गया है कि उपायुक्त के पदभार ग्रहण करने के बाद जिले में शिक्षकों की कमी को दूर करने हेतु आपने जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट (DMFT) की राशि का सदुपयोग करते हुए सराहनीय कदम उठाया है। लेकिन, अतिथि शिक्षकों के लिए आमंत्रित आवेदन में ओबीसी और बीसी-01 वर्ग के लिए किसी भी विषय में अवसर नहीं दिया गया, जिससे इस वर्ग के योग्य अभ्यर्थियों में भारी निराशा है।
ज्ञात हो कि 2019 में अधिसूचित आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) को झारखंड राज्य में वर्ष 2023 से नियुक्ति प्रक्रिया में अवसर दिया जा रहा है। ऐसे में लंबे समय से आदिवासी समाज के साथ सहअस्तित्व की संस्कृति में शामिल ओबीसी और बीसी-01 वर्ग को रोजगार के इस अवसर से वंचित रखना न्यायोचित नहीं माना जा रहा।
मांग पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि ओबीसी और बीसी-01 वर्ग जिले में सदियों से निवास करते आ रहे हैं और वे आदिवासी समाज के साथ धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में समान रूप से भागीदारी निभाते हैं। ऐसे में इस वर्ग के साथ अवसर की समानता होनी चाहिए।
अभ्यर्थियों ने उपायुक्त से निवेदन किया है कि अतिथि शिक्षक भर्ती में ओबीसी और बीसी-01 वर्ग के लिए भी विषयवार अवसर सुनिश्चित कर सभी वर्गों के बीच समानता और न्याय की भावना को मजबूत किया जाए।