चाईबासा शहरी जलापूर्ति योजना 12 वर्षों से अधूरी, BJP नेता हेमंत कुमार केशरी ने उपायुक्त से की हस्तक्षेप की मांग

चाईबासा: भारतीय जनता पार्टी पिछड़ा जाति मोर्चा के प्रदेश मंत्री हेमंत कुमार केशरी ने बुधवार को मेल के माध्यम से पश्चिम सिंहभूम के उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंपते हुए चाईबासा नगरवासियों की गंभीर जलसंकट की समस्या की ओर ध्यान आकृष्ट किया। उन्होंने शहरी जलापूर्ति योजना 2013-14 के अधूरे रहने और चापाकलों की मरम्मत में अनियमितता को लेकर गहरी नाराजगी जताई।
उन्होंने ज्ञापन में कहा कि लगभग 38 करोड़ की लागत से शुरू की गई जलापूर्ति योजना, जिसमें करीब 70 किलोमीटर पाइपलाइन बिछाकर 15 हजार घरों तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने की व्यवस्था की जानी थी, वह आज 12 वर्ष बाद भी अधूरी है। इस योजना के अंतर्गत 3 नई और 2 पुरानी पानी टंकियों के माध्यम से आपूर्ति की जानी थी, लेकिन कार्य की धीमी गति और विभागीय लापरवाही के कारण आज तक लोग नल से शुद्ध जल के लिए तरस रहे हैं।
उन्होंने बताया कि योजना के क्रियान्वयन के दौरान शहर की अधिकांश सड़कों की हालत खराब हो गई है। गड्ढों से भरी सड़कों के कारण दोपहिया वाहन और टोटो पलटने की घटनाएं आम हो चुकी हैं। सवाल पूछने पर पेयजल विभाग और कार्य एजेंसी एक-दूसरे पर दोषारोपण कर रहे हैं।
केशरी ने यह भी कहा कि योजना के तहत जिन सड़कों को क्षतिग्रस्त किया गया, उन्हें पूर्ववत बहाल करने की राशि प्राक्कलन में शामिल है, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई ठोस प्रयास नहीं हुआ है।
इसके अलावा उन्होंने गर्मियों में खराब चापाकलों को दुरुस्त करने की दिशा में भी प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मई में उन्होंने तत्कालीन उपायुक्त को पत्र लिखकर चापाकलों की मरम्मत की मांग की थी। इसके बाद डीएमएफटी फंड से लगभग 1 हजार चापाकलों की मरम्मत के लिए विभाग को 12 से 15 हजार रुपये प्रति चापाकल की दर से राशि दी गई थी। साथ ही राज्य सरकार से भी मरम्मत हेतु अलग से फंड भेजा गया था।
केशरी ने मांग की कि चापाकलों की मरम्मत सही तरीके से हुई या नहीं, इसका आकलन जिला परिषद सदस्य, पंचायत मुखिया और वार्ड सदस्यों के माध्यम से कराया जाए और प्रखंड विकास पदाधिकारी के जरिए रिपोर्ट प्राप्त की जाए, ताकि गुणवत्ता पर कोई सवाल न उठे।
उन्होंने उपायुक्त से आग्रह किया कि वे इस विषय में शीघ्र हस्तक्षेप कर योजना को पूर्ण कराएं और जिलेवासियों को ‘हर घर नल से जल’ योजना का लाभ दिलाएं।