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बिजली विभाग के आउटसोर्स कर्मी पर हमला, जातिसूचक गालियाँ और मारपीट का आरोप* 

 

 

चाईबासा: चाईबासा के शहरी क्षेत्र अंतर्गत एक गंभीर मामला सामने आया है जहाँ बिजली विभाग के आउटसोर्स कर्मचारी बिनय बखला और उनके सहयोगी नवीन के साथ ड्यूटी के दौरान न केवल बुरी तरह मारपीट की गई, बल्कि जातिसूचक गालियाँ भी दी गईं।

 

घटना रात लगभग 9:10 बजे की है, जब बिनय बखला को मोबाइल नंबर 6299149881 पर शिकायत प्राप्त हुई कि आइसक्रीम फैक्ट्री के बगल की बस्ती में बिजली नहीं है। शिकायतकर्ता केदारनाथ टिक द्वारा मोबाइल नंबर 9546722281 से कॉल कर जानकारी दी गई।

 

शिकायत के बाद बिनय बखला और नवीन दोनों मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। सुरक्षा कारणों से बस्ती की बिजली लाइन बंद की गई, लेकिन इसके बाद भी स्थानीय लोगों का आक्रोश नहीं थमा। जांच के दौरान केदारनाथ टिक और उनके साथी कर्मचारियों से बहस करने लगे।

 

मामला तब और गंभीर हो गया जब 06-07 मोटरसाइकिलों और एक काली कार में सवार होकर मनीष यादव नामक युवक अपने 12 से 15 साथियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचा और कर्मचारियों पर हमला कर दिया। बिनय बखला का मोबाइल छीन लिया गया और उन्हें तथा उनके साथी को पकड़कर लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटा गया।

 

पीड़ित बिनय बखला का आरोप है कि हमलावरों ने मारपीट के दौरान जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया और कहा “जंगली साला, यहाँ पर काम करने आया है?”

 

इस घटना के बाद पीड़ितों ने चाईबासा के SC/ST थाना में लिखित शिकायत दी है और आरोपियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की है।

 

बिजली विभाग के कर्मचारियों पर हमले की यह घटना न केवल कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि दलित समुदाय के प्रति समाज में व्याप्त मानसिकता को भी उजागर करती है। पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए संबंधित विभागों और प्रशासन से तत्परता से कार्रवाई की अपेक्षा की जा रही है।

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