जेपीएससी परीक्षा में आदिवासी समुदाय के कई अभ्यर्थियों ने हासिल की सफलता

चाईबासा: झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) ने बहुप्रतीक्षित परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया है। इस बार की परीक्षा में झारखंड के विभिन्न हिस्सों से आए प्रतिभाशाली युवाओं ने सफलता प्राप्त की है। विशेष रूप से आदिवासी समुदाय के अभ्यर्थियों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।
घोषित सूची में कई हो, मुंडा और संथाल समुदाय के उम्मीदवारों ने सफलता हासिल कर झारखंड के आदिवासी समाज को गौरवान्वित किया है। इनमें से कुछ प्रमुख नाम इस प्रकार हैं:
जगदीप कुमार हेम्ब्रम (66वीं रैंक, जेएएस)
सुजीत हेम्ब्रम (67वीं रैंक, जेपीएस)
कश्मीरा हेम्ब्रम (105वीं रैंक, जेपीएस)
उमेश हांसदा (200वीं रैंक, जेएएस)
रामजीत हेम्ब्रम (216वीं रैंक, जेएएस)
एपिल अंकिता हेम्ब्रम (239वीं रैंक, जेएफएस)
पिंकी प्रियंका हेम्ब्रम (285वीं रैंक, जेएएस)
रशीका जामुदा (299वीं रैंक, जेएएस)
प्रीति देवगाम (306वीं रैंक, जेएएस)
संदीप कुमार बांकीड़ा (308वीं रैंक, जेएएस)
अमनदीप बिरुआ (317वीं रैंक, जेएफएस)
उषा हेम्ब्रम (318वीं रैंक, जेएफएस)
अभिषेक सन्नी पिंगुआ (319वीं रैंक, जेएफएस)
रामराय हांसदा (321वीं रैंक, जेएफएस)
इन सभी सफल उम्मीदवारों ने अपने कठिन परिश्रम और दृढ़ संकल्प से यह सफलता हासिल की है। झारखंड के आदिवासी समाज के लिए यह उपलब्धि प्रेरणादायक है, जो राज्य की सामाजिक समरसता और प्रतिनिधित्व को और मजबूत करेगा।
जेपीएससी के इस परिणाम ने न केवल प्रतिभा को पहचान दी है, बल्कि झारखंड की विविधतापूर्ण सामाजिक संरचना में सहभागिता को भी और अधिक समावेशी बनाया है। स्थानीय लोग और समाज के बुद्धिजीवी वर्ग इन सफल अभ्यर्थियों को बधाई दे रहे हैं और इनके उज्ज्वल भविष्य की कामना कर रहे हैं।