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बिद्युत बरण महतो को तीसरी बार मिला संसद रत्न सम्मान, जमशेदपुर में खुशी की लहर

 

जमशेदपुर। पूर्वी सिंहभूम जिला के सांसद बिद्युत बरण महतो को उनके उत्कृष्ट और निरंतर संसदीय योगदान के लिए एक बार फिर संसद रत्न पुरस्कार से नवाजा गया है। यह तीसरा अवसर है जब उन्हें इस प्रतिष्ठित सम्मान से सम्मानित किया गया है, जिससे पूरे जमशेदपुर और झारखंड में हर्ष और गर्व की लहर दौड़ गई है। नई दिल्ली स्थित महाराष्ट्र भवन में आयोजित भव्य समारोह में केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने उन्हें अंगवस्त्र और प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।

संसद रत्न पुरस्कार देश के लोकतांत्रिक ढांचे में प्रभावशाली भूमिका निभाने वाले सांसदों को प्रदान किया जाता है। इसकी शुरुआत 2010 में प्राइम पॉइंट फाउंडेशन और ई-मैगजीन ‘प्रीसेंस’ द्वारा भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के सुझाव पर की गई थी। अब तक इस सम्मान के 14 संस्करणों में 125 से अधिक सांसदों को पुरस्कृत किया जा चुका है।

बिद्युत बरण महतो संसद में निरंतर उपस्थिति, प्रभावशाली बहस और जनता के सरोकार से जुड़े मुद्दों को पुरजोर ढंग से उठाने के लिए पहचाने जाते हैं। उन्होंने शिक्षा, रोजगार, रेलवे, कृषि, सिंचाई, खनन, सड़क, हवाई अड्डा, स्वर्णरेखा परियोजना समेत झारखंड और जमशेदपुर के विकास से जुड़ी विभिन्न समस्याओं को कई बार संसद के पटल पर मजबूती से रखा है।

सम्मान मिलने पर सांसद महतो ने इसे क्षेत्र की जनता को समर्पित करते हुए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह सम्मान उन्हें नई ऊर्जा देता है और उनके कर्तव्यों के प्रति जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। वे लोगों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हैं और समाधान के लिए सदैव तत्पर रहते हैं।

इस उपलब्धि पर जमशेदपुर सहित पूरे झारखंड के लोगों ने उन्हें बधाई दी है। स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने इसे क्षेत्र के लिए गौरव का क्षण बताया और उनके समर्पित कार्यशैली की सराहना की। जनता का कहना है कि सांसद बिद्युत बरण महतो का यह सम्मान वास्तव में उनके जमीनी कार्य और लोगों से जुड़े रहने का प्रमाण है।

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