10 अगस्त से शुरू होगा मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम, फाइलेरिया उन्मूलन के लिए प्रखंड समन्वय समिति की हुई बैठक

चाईबासा: आगामी 10 अगस्त से 25 अगस्त 2025 तक चलने वाले मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (MDA-IDA, 2055) राष्ट्रीय कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन को लेकर सोमवार को प्रखंड कार्यालय, सभागार में प्रखंड समन्वय समिति (बीएलटीएफ) की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की संयुक्त अध्यक्षता प्रखंड प्रमुख कल्पना सुंडी और प्रखंड विकास पदाधिकारी अमिताभ भगत ने की।
बैठक में प्रखंड स्तरीय विभिन्न विभागों के पदाधिकारी, समन्वयक एवं प्रतिनिधियों को कार्यक्रम की रूपरेखा और सूक्ष्म कार्ययोजना की विस्तृत जानकारी दी गई। प्रथम चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शिवचरण हसदा ने कार्यक्रम के उद्देश्य और क्रियान्वयन की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया। वहीं, वेक्टर बॉर्न डिज़ीज टेक्निकल पर्यवेक्षक अहसन फारूक ने फाइलेरिया रोग और इसके उन्मूलन हेतु राष्ट्रीय रणनीति की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि सदर चाईबासा क्षेत्र में कुल 1,66,803 लक्षित जनसंख्या को ट्रिपल ड्रग्स थेरेपी के तहत दवा दी जाएगी। यह दवा आयु-वर्ग और हाइट के अनुसार D.E.C., Albendazole और Ivermectin की निर्धारित खुराक के रूप में प्रशासित की जाएगी। दवा का वितरण 10 अगस्त को बूथों पर, 11-12 अगस्त को सभी विद्यालयों में और 13 से 25 अगस्त तक घर-घर जाकर प्रशिक्षित दवा प्रशासकों द्वारा कराया जाएगा।
प्रशिक्षण और तैयारियां पूरी
कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु सूक्ष्म कार्ययोजना तैयार की जा चुकी है। कुल 205 बूथ, 442 दवा प्रशासक, 55 सुपरवाइज़र और रैपिड रिस्पॉन्स टीम का गठन किया गया है। सदर अस्पताल के सभागार में 12 बैचों में दवा प्रशासकों और सुपरवाइज़रों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। साथ ही, किसी भी प्रकार की अनुषंगी प्रभाव से निपटने के लिए जिला और प्रखंड स्तर पर रैपिड रिस्पॉन्स टीम भी गठित की गई है।
सार्वजनिक जागरूकता पर जोर
फाइलेरिया के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए ग्राम गोष्ठी, स्कूल जागरूकता कार्यक्रम और सेंसिटाइजेशन मीटिंग के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। सभी विभागों, स्वयं सहायता समूहों और धर्मगुरुओं को सहयोग के लिए पत्राचार किया गया है।
बैठक में प्रखंड प्रमुख कल्पना सुंडी ने सभी विभागीय अधिकारियों से कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु पूर्ण सहयोग की अपील की। वहीं, अंचलाधिकारी उपेन्द्र कुमार ने भरोसा दिलाया कि प्रशासनिक स्तर पर हरसंभव प्रयास किया जाएगा।
बैठक में 10 विभागों के अधिकारी, JSLPS प्रतिनिधि, पंचायती राज पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, थाना प्रभारी, प्रखंड कृषि प्रतिनिधि, पीरामल और विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि, चिकित्सा पदाधिकारी और अन्य कार्यक्रम प्रबंधक उपस्थित थे। प्रमुख रूप से डॉ. सुजाता महतो, डॉ. राशि मेडीरत्ता, जूलियनी पिंगुआ, संजय मिश्रा, रजनीश पूर्ति, श्रीमती सुमन, बिनु सिंह लगुरी और बबलू तुबिद आदि मौजूद रहे।